मुजफ्फरपुर स्कैंडलः एक और शेल्टर होम से 11 महिलाएं लापता, ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज

बिहार में मुजफ्फरपुर स्थित एक शेल्टर होम में 34 बच्चियों के साथ यौन प्रताड़ना का खुलासा क्या हुआ, एक के बाद एक ऐसे आश्रय गृहों के मामले सामने आने लगे हैं. सोमवार को इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की एक और संस्था में रहने वाली महिलाओं के लापता होने का मामला सामने आया. दरअसल, मुजफ्फरपुर के छोटी कल्याणी इलाके में स्थित स्वाधार गृह से 11 महिलाओं के लापता होने की खबर का पता चला है. समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक ने सोमवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें एनजीओ सेवा संकल्प व विकास समिति के संचालक और अन्य को आरोपी बनाया गया है. यह एनजीओ ब्रजेश ठाकुर का है और वह स्वाधार गृह का भी संरक्षक है. बता दें कि मुजफ्फरपुर के साहू रोड स्थित बालिका आवास गृह में रहने वाली 7 से 18 साल तक की लड़कियों के साथ यौन शोषण के मामले को लेकर विभाग ने 31 मई को ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. मामले के सामने आने के बाद सरकार ने इसकी जांच का काम सीबीआई को सौंप दिया है.

जून से ही लापता हैं स्वाधार गृह की महिलाएं
मुजफ्फरपुर में प्रकाशित हिन्दुस्तान अखबार के अनुसार, समाज कल्याण विभाग ने छोटी कल्याणी स्थित स्वाधार गृह की 11 महिलाओं के लापता होने के मामले में सोमवार की रात एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें कहा गया है कि स्वाधार गृह में रहने वाली महिलाओं का कोई पता नहीं है और न ही इसे चलाने वाली संस्था ने इस संबंध में कोई पत्राचार किया है. एफआईआर में बताया गया है कि स्वाधार गृह का संचालन भी सेवा संकल्प व विकास समिति करती है, जिसका संरक्षक ब्रजेश ठाकुर है. इसी साल मार्च में जिला निरीक्षण कमेटी ने स्वाधार गृह की जांच की थी, जिसमें यहां 11 महिलाओं के रहने की पुष्टि की गई. लेकिन पिछले 9 जून को जब विभागीय टीम जांच करने पहुंची तो स्वाधार गृह में ताला बंद था. जांच कमेटी ने इसकी रिपोर्ट पटना स्थित मुख्यालय को भी भेजी थी. मुख्यालय ने इसी रिपोर्ट के आधार पर विभाग को एफआईआर कराने का निर्देश दिया था.

और बढ़ेंगी मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की मुश्किलें
शेल्टर होम स्कैंडल की सीबीआई जांच शुरू होने के बाद हो रहे नए खुलासों से इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. स्वाधार गृह मामले के खुलासे से पहले 34 लड़कियों के यौन उत्पीड़न के मामले में एफआईआर के बाद आरोपी ब्रजेश ठाकुर समेत 10 अन्य लोग जेल में हैं. अब नए मामले के सामने आने के बाद ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ जांच एजेंसी का शिकंजा और कसेगा. सीबीआई के अधिकारियों ने इस मामले की गहनता से पड़ताल शुरू कर दी है. सोमवार को जांच एजेंसी के अधिकारी मुजफ्फरपुर के साहू रोड स्थित बालिका गृह पहुंचे और स्थानीय लोगों और पुलिस के अधिकारियों से इस संबंध में पूछताछ की. बता दें कि मुजफ्फरपुर के स्वाधार गृह में अपने परिवार से अलग हो चुकी महिलाओं को रखा जाता था. इन महिलाओं के लिए यहां पर स्वरोजगार प्रशिक्षण की भी व्यवस्था थी.

 

सीबीआई के अफसरों ने की बालिका गृह की जांच
सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों ने 34 लड़कियों के यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए साहू रोड स्थित बालिका गृह की तलाशी ली. हिन्दुस्तान अखबार के अनुसार, इस दौरान जांच एजेंसी के अफसरों ने स्थानीय थाने के पुलिसकर्मियों, मामले में एफआईआर दर्ज करने वाली महिला थाने की थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी और बालिका गृह के आसपास रहने वालों से पूछताछ की. सीबीआई अफसरों ने घटना के बाद बालिका गृह में शव होने की आशंका पर हुई खुदाई, लड़कियों के रहने की जगह आदि को लेकर पुलिस से जानकारी ली. अखबार में छपी खबर के अनुसार, सीबीआई के एसपी जे.पी. मिश्रा ने कहा कि एजेंसी ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी है. जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. सीबीआई की जांच टीम जल्द ही एक बार फिर बालिका गृह की पड़ताल करने आ सकती है. इसके बाद ही पीड़ितों के बयान दर्ज किए जाएंगे

दिल्ली तक पहुंची आवाज, बिहार भवन के सामने प्रदर्शन
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम स्कैंडल की आंच देश की राजधानी दिल्ली तक पहुंच गई है. सोमवार को हैवानियत से भरी इस घटना के खिलाफ सामाजिक संगठनों ने दिल्ली के कौटिल्य मार्ग स्थित बिहार भवन के सामने प्रदर्शन किया. हिन्दुस्तान अखबार के अनुसार, सोशल मीडिया के द्वारा प्रचारित इस धरना-प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, छात्र संगठनों के सदस्य और थियेटर कलाकार पहुंचे थे. इन लोगों ने सड़क पर नारे लगाकर और गीत गाकर घटना को लेकर विरोध जताया. प्रदर्शन करने पहुंचे संगठनों में आईसा, एपवा, एआईएसएफ, एनएफआईडब्ल्यू समेत कई अन्य संगठनों के सदस्य शामिल थे. प्रदर्शनकारियों ने लड़कियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, बिहार की राजधानी पटना में भी सोमवार को ही इस मामले को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया.