मुतास्सिरा की अस्थि कलश गांव पहुंचते ही कोहराम

बलिया, 01 जनवरी: दिल्ली गैंगरेप की मुतास्सिरा लड़की का अस्थि कलश लेकर खानदान वाले पीर को बलिया में खानदानी गांव पहुंचे। इन लोगों के गांव में पहुंचते ही वहां कोहराम मच गया।

अस्थि कलश के साथ आई मुतास्सिरा की मां और छोटे भाइयों का बिलखना देखकर गांव वाले भी सुबकने लगे। दादा गुमसुम तो दादी, चचेरी बहनें दहाड़े मारकर रो रही थीं। कड़े कलेजे वाले भी गम को दबा नहीं पा रहे थे।

मुतास्सिरा के घर वालों की सिर्फ एक उम्मीद थी। उसे पढ़ाने के लिए जमीनें तक बेच दी गई थीं। फिलहाल घर वालों के पास बेहद कम जमीन बची है।

मुतास्सिरा की पढ़ाई में , वालिद और ननिहाल वालो ने माली मदद की थी। मुतास्सिरा लड़की का ननिहाल, उसके खानदानी गांव के करीब गाजीपुर में पड़ता है।

पैरामेडिकल कोर्स में दाखिला लेने के दौरान पढ़ाई के खर्चो को पूरा करने के लिए गांव का कुछ खेत भी रेहन पर रखना पड़ा। अब इस घर वालों के पास जमीन का एक छोटा टुकड़ा छोड़कर कुछ नहीं बचा है।

पीर को रिश्तेदार फ्लाइट से वाराणसी पहुंचे और वहां से बलिया गए। गाजीपुर बार्डर पर हजारों लोगों ने अस्थि कलश पर फूल-माला चढ़ाकर खिराज़ ए अकीदत पेश की।

मुतास्सिरा की अस्थियां आज भरौली घाट पर गंगा में बहा दी जाएगी। गांव में भी मुकामी असेंबली उपेंद्र तिवारी के साथ सैकड़ों लोगों ने अस्थि कलश पर फूल पेश कर बिटिया को खिराज ए अकीदत दी।