मुतास्सिरा लड़की को ख़वातीन की हिफ़ाज़त के काज़ के लिए शहीद का दर्जा

नई दिल्ली, 29दिसम्बर: इजतिमाई इस्मत रेज़ि की शिकार 23 साला तालिबा को ख़वातीन की हिफ़ाज़त के लिए शहीद क़रार देते हुए क़ौमी कमीशन बराए ख़वातीन (एन सी डब्लयू) ने आज सियोल सोसाइटी और हुकूमत दोनों से अपील की कि मुस्तक़बिल में ऐसे जराइम को रोकने के लिए मिलकर काम करें।

वीमनस कमीशन चैरपरसन ममता शर्मा ने कहा कि सियोल सोसाइटी को भी ख़वातीन पर जिन्सी ज़्यादती से मुताल्लिक़ क़वातीन में तरमीम लाने हुकूमत की मदद‌ करना चाहीए। उन्होंने कहा, ये नौजवान लड़की ख़वातीन की हिफ़ाज़त के नाम पर शहीद का दर्जा रखती है।

हर किसी को हुकूमत हो कि आम समाज मिल कर काम करते हुए ख़वातीन के ख़िलाफ़ जिन्सी हमले से मुताल्लिक़ क़वानीन में तरमीम लाने में मदद करना चाहीए। उन्होंने कहा कि ये यक़ीनी बनाना हर किसी का फ़र्ज़ है कि इस तरह के वाक़ियात का मुस्तक़बिल में कभी ना हो।

पेरामेडिक स्टूडैंट जिस की 16 दिसम्बर को चलती बस में 6 अफ़राद ने इजतिमाई इस्मत रेज़ि और बे रहमाना पिटाई की थी, वो सिंगापुर के हॉस्पिटल में ख़मोशी से इंतिक़ाल करगई, जहां उसे चहारशंबा की रात मुंतक़िल किया गया था।