मुलाज़िमीन और बजट की तक़सीम में तेलंगाना के अक़लियतों के साथ नाइंसाफ़ी

आंध्र प्रदेश की दो रियासतों में तक़सीम के बाद तेलंगाना अवाम की भलाई की तवक़्क़ो की जा रही थी लेकिन हुकूमत ने मह्कमाजात की तक़सीम के सिलसिले में जो तरीका-ए-कार राइज किया है इस से तेलंगाना के अक़लियतों के साथ नाइंसाफ़ी का अंदेशा है।

हुकूमत ने मह्कमाजात के मुलाज़िमीन और बजट की तक़सीम के सिलसिले में ये तरीका-ए-कार इख़तियार किया कि आंध्र प्रदेश के 13अज़ला और तेलंगाना के10 अज़ला की बुनियाद पर मुलाज़िमीन और बजट तक़सीम किया गया।

हुकूमत ने ये तए किया कि आंध्र प्रदेश के लिए 58 फ़ीसद और तेलंगाना के लिए 42 फ़ीसद हिस्सा मुख़तस किया जाएगा। अगरचे दुसरे मह्कमाजात के सिलसिले में इस तरह की तक़सीम दरुस्त होसकती है लेकिन महिकमा अक़लियती बहबूद के लिए इस तरह की तक़सीम अक़लियतों के साथ नाइंसाफ़ी के बराबर है। स्पेशल सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील ने इस सिलसिले में हुकूमत की तवज्जा मबज़ूल कराते हुए चीफ़ सेक्रेटरी को मकतूब रवाना किया था।

उन्होंने तजवीज़ पेश की थी कि मुलाज़िमीन और बजट की तक़सीम के सिलसिले में तेलंगाना को 58 फ़ीसद और आंध्र प्रदेश को 42फ़ीसद हिस्सा दिया जाना चाहीए क्युंकि आबादी के एतेबार से अक़लियतों की आबादी तेलंगाना में ज़्यादा है। आंध्र प्रदेश में अगरचे अज़ला की तादाद तेलंगाना के मुक़ाबले में ज़्यादा है लेकिन तेलंगाना में अक़लियती आबादी ज़्यादा है लिहाज़ा तेलंगाना को बजट में ज़ाइद हिस्सा मुख़तस किया जाना चाहीए। हुकूमत ने इस तजवीज़ को नामंज़ूर करते हुए वाज़िह कर दिया कि तमाम मह्कमाजात के लिए जो उसूल क़ायम किए गए हैं इन में तबदीली की कोई गुंजाइश नहीं। 2011 मर्दुमशुमारी के मुताबिक़ आंध्र प्रदेश में अक़लियती आबादी 39.62फ़ीसद है जबकि हुकूमत के क़वाइद के मुताबिक़ बजट का 58 फ़ीसद आंध्र प्रदेश के लिए अलॉट किया जाएगा इस के बरख़िलाफ़ ज़ाइद आबादी के बावजूद तेलंगाना की अक़लियतों की भलाई के लिए सिर्फ़ 42 फ़ीसद बजट रहेगा।

इस नाइंसाफ़ी के सिलसिलेमें ख़ुद अक़लियती ओहदेदारों में बेचैनी पाई जाती है। अब जबकि कई इस्कीमात अमल आवरी के मरहले में हैं, बजट की तक़सीम में नाइंसाफ़ी तेलंगाना में इस्कीमात पर अमल आवरी की राह में रुकावट बन सकती है।

इस मसले को तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के सेक्रेटरीज़ अक़लियती बहबूद की तरफ से मुशतर्का तौर पर हुकूमत से रुजू करने की कोशिश की जा रही है।