मुल्क पूरी तरह तबाह, एक नए इन्क़िलाब का मुंतज़िर

हैदराबाद 08 अक्टूबर:मुल्क तबाह हो चुका है, इस की ताअमीर-ए-नौ एक इन्क़िलाब के ज़रीये मुम्किन है। जस्टिस मारकंडे काटजू जो सहि रोज़ा दौरा हैदराबाद पर शहर में हैं ने रोज़नामा सियासत से ख़ुसूसी मुलाक़ात के दौरान इन ख़्यालात का इज़हार किया।

उन्होंने ज़ाइद अज़ एक घंटा तवील इस गुफ़्तगु के दौरान कई मौज़ूआत पर इज़हार-ए-ख़याल किया और कहा कि मुल्क की ताअमीर-ए-नौ नौजवानों के हाथ में है जोकि एक क्रांति के ज़रीये ही मुम्किन बनाई जा सकती है।

मुल्क को दरपेश मसाइल-ओ-चैलेंजेस के मुताल्लिक़ उन्होंने कई हैरत-अंगेज़ इन्किशाफ़ात किए और मुल्क की तहज़ीब-ओ-तमद्दुन के साथ हिन्दुस्तान को दुबारा मुस्तहकम बनाने की ज़रूरत पर-ज़ोर दिया।

उन्होंने इंटरव्यू के दौरान मुल्क में फ़िर्कापरस्त नज़रियात, ग़ैर-मुस्तहकम निज़ाम अदलिया, ब्यूरोक्रेसी और इन्साफ़ रसानी के अमल में हो रही ताख़ीर पर मदल्लिल राय पेश की है। जस्टिस काटजू जोकि हमेशा ही अपने बयानात के ज़रीये सुर्ख़ीयों में रहे हैं ने सियासत को दिए गए ख़ुसूसी इंटरव्यू में गांधीजी के मुताल्लिक़ उनके नज़रिये के अलावा मुग़ल शहिनशाह जलालुद्दीन अकबर के मुताल्लिक़ अपना नज़रिया पेश करते हुए कई दावे किए हैं।

उन्होंने पाकिस्तान को फ़र्ज़ी ममलकत क़रार देने के साथ साथ इस बात का भी दावा किया हैके यक़ीनन हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के दरमयान सरहद मुस्तक़बिल क़रीब में ख़त्म हो जाएगीगी चूँकि दोनों ममालिक में कोई तहज़ीबी या लिसानी इख़तेलाफ़ नहीं है बल्कि दोनों ही तरक़्क़ी की जद्द-ओ-जहद कर रहे हैं।