मुल्क में कौमी सोग‌ जैसा माहौल

नई दिल्ली, 01 जनवरी :चलती बस में दरिंदगी की शिकार लड़की की मौत पर पूरे मुल्क में गुस्सा और जज़बातों के उबाल ने नए साल के मौके पर इक्तेदार-ए-निज़ाम ही नहीं पूरी सयासी बिरादरी को झकझोर दिया है।

मुल्क की सारी सयासी बिरादरी ने गम की इस घड़ी में नए साल का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। सदर ए जमहूरिया और वज़ीर-ए-आज़म से लेकर कई रियासतो के गवरनरो, मुख्यमंत्रियों ने भी अपने नए साल के प्रोग्राम रद्द कर दिए।

कांग्रेस और भाजपा ही नहीं, सेना के तीनों बटालियन के लाखों फौजियों के साथ बॉलीवुड की हस्तियां भी आम आदमी के साथ इस मुल्कगीर सोग‌ में शरीक रहीं। आजादी के बाद हिंदुस्तान की तारीख में शायद यह पहली बार होगा कि एक आम शख्स की मौत पर मुल्क में तकरीबन कौमी शोग जैसा माहौल है।

अमूमन किसी बड़े इक्तेदारी ओहदे पर रहे राजनेता या फिर बड़ी हस्ती के मौत पर ही मुल्क में कौमी सोग‌ का ऐलान किया जाता है। मुल्क की बिटिया की मौत पर भले ही कौमी शोग का ऐलान न हुआ हो। मगर सड़क से लेकर इक्तेदारे ए तख्त तक इस मौत का दर्द इतनी गहरा है कि हालात कौमी शोग जैसे ही लगते हैं।

यह दरिंदगी हमारी सीमाओं की हिफाज़त में तैनात फौजियों के रूह को भी झकझोर दी हैं। इस गम का इजहार करने के लिए थल सेना, वायुसेना और नौसेना ने भी नए साल के मौके पर किसी तरह का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। ज़राए के मुताबिक सेना की सभी इकाइयों को कह दिया गया है कि नए साल पर कोई पार्टी मुनाकिद नहीं की जाए। दक्षिण पूर्व रेलवे और पूर्व रेलवे ने भी नए साल के जश्न रद्द कर दिए।

सदर ए जमहूरिया प्रणब मुखर्जी ने नए साल के जश्न के सभी प्रोग्राम रद्द कर दिए हैं। साथ ही लोगों से अपील की है कि वे उन्हें बधाई देने नहीं आएं। वहीं, कांग्रेस जनरल सेक्रेट्ऱी जनार्दन द्विवेदी ने पीर को बताया कि पार्टी सदर सोनिया गांधी इस बार नए साल का जश्न नहीं मनाएंगी। इस मौके पर वे न तो किसी को मुबारकबादी देंगी और न ही कुबूल करेंगी।

बीजेपी ने भी जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। लोकसभा में अपोजिशन की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि मुल्क में सोग‌ की घड़ी है। पार्टी किसी तरह का जश्न नहीं मनाएगी।

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी ऐसा ही फैसला किया है। मीरा कुमार की अगुवाई में संसद भवन के ऐवान में सोमवार को एक शोग प्रोग्राम भी किया गया। चूंकि लड़की की कोई तस्वीर अभी तक दस्तयाब नहीं है।

इसलिए एक जलते चिराग को उसकी निशानी मानकर मीरा कुमार समेत लोकसभा सचिवालय की ओर से गहरी तज़ियत दी गई। उधर, बॉलीवुड भी शोग में शरीक है।

बच्चन खानदान समेत कई दिग्गज हस्तियों ने इस बार नए साल का जश्न नहीं मनाने का फैसला किया है। आमतौर पर नए साल का जश्न फिल्मी हस्तियां बेहद धूमधाम से मनाती हैं। मगर इस बार बॉलीवुड ने सोग‌ में शामिल होकर एक मिसाल पेश की है।