मुल्लापेरियर डैम की मौजूदा आबी सतह ख़तरे की अलामत

नई दिल्ली २९ नवंबर (पी टी आई) रियासत केरला के तमाम अरकान पार्लीमान ने आज पार्टी वफ़ादारियों से क़ता नज़र, मुतनाज़ा मुल्लापेरियर डैम मुआमला में वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह से मुदाख़िलत करने का मुतालिबा करते हुए पार्लीमैंट हाउज़ कॉम्प्लेक्स में धरना मुनज़्ज़म किया।

इस मौक़ा पर कांग्रेस, केराला कांग्रेस और सी पी आई (ऐम) के ऐम पेज ने गांधी के मुजस्समा के रूबरू धरना मुनज़्ज़म किया। उन्हों ने अपने हाथ में पले कार्ड्स थाम रखे थे जिन पर वाटर फ़ार तमिलनाडू, सेफ़्टी फ़ार केरला (तमिलनाडू के लिए पानी और केराला के लिए तहफ़्फ़ुज़) तहरीर था।

उन्होंने कहा कि मुल्लापेरियार डैम 116 साल क़दीम है और लाज़िमी बात है कि इतना तवील अर्सा गुज़र जाने के बाद इस के ढांचा को ख़तरा लाहक़ हो सकता है। दूसरी तरफ़ ये इलाक़ा ऐसा है जहां अक्सर-ओ-बेशतर ज़लज़ले के झटके महसूस किए जाते हैं। केराला कांग्रेस एम पी जोज़ के मनी ने कहा कि उन्हों ने लोक सभा में इस मौज़ू पर मुबाहिसा केलिए तहरीक अलतवा की एक नोटिस भी दाख़िल की है।

मुतअद्दिद पार्टीयों से ताल्लुक़ रखने वाले अरकान और दीगर मुज़ाहमती ग्रुपस के लोग मुल्लापेरियार में एक नए डैम की तामीर के मुतालिबा में ताख़ीर केख़िलाफ़ एहतिजाज कररहे हैं और इस मुआमले को लेकर रियासत केराला अपनी पड़ोसी रियासत तमिलनाडू के साथ दस्त-ओ-गरीबां है।

मुल्लापेरियार में पानी के ज़ख़ीरा की ज़्यादा से ज़्यादा सतह यानी 136 फ़ीट से मुतजाविज़ होने के बाद ही यहां के अवाम ने डैम के मुताल्लिक़ ख़तरात का अंदेशा ज़ाहिर करना शुरू करदिया था, क्योंकि अगर आबी सतह में इज़ाफ़ा हुआ तो इस से ना सिर्फ डैम के वजूद को बल्कि अतराफ़-ओ-अकनाफ़ के इलावा दीगर अज़ला के अवाम को भी ख़तरात लाहक़ हो सकते हैं। अड्डो की, कोटाएम, एर्नाकुलम, अलापोज़ा, पथनम थट्टा के ज़िंदगी और इमलाक को डैम की वजह से ख़तरात का सामना है।

इन का कहना है कि हुकूमत फ़िलवक़्त आरिज़ी इक़दामात करते हुए इतना ज़रूर करसकती है कि वो डैम की आबी सतह को 136 फ़ीट से कम करके 120 फ़ीट करदी।