हुकूमत ज़ाहिद अली ख़ां साहिब और आमिर अली ख़ां को मायूस नहीं करेगी

हैदराबाद 13 जनवरी: अपने मुफ़ादात पर मिली मुफ़ादात को तर्जीह दी जाये। मिल्लत की तरक़्क़ी-ओ-ख़ुशहाली के लिए दयानतदाराना कोशिश की जाये और ख़ुलूस-ए-नीयत के साथ मुसलमानों की तालीमी-ओ-मआशी पसमांदगी को दूर करने के इक़दामात किए जाएं तो हुकूमतें और हुक्मराँ ख़ुद आपसे रुजू हो कर इस बात का वादा करेंगे कि भाई मुसलमानों के लिए आप जो भी मुतालिबा करेंगे उसे पूरा किया जाएगा और हमारे (हुकूमत) के इक़दाम से आपको मायूसी नहीं होगी।

एसा ही कुछ फ़िलवक़्त सियासत की तरफ से मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के लिए चलाई जा रही तहरीक के साथ हो रहा है। न्यूज़ एडीटर सियासत रियासत के गांव गांव पहुंच कर मुसलमानों में 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के ताल्लुक़ से ना सिर्फ शऊर पैदा कर रहे हैं बल्कि बार-बार केसीआर हुकूमत को इस का वादा भी याद दिलारहे हैं। इस तहरीक का असर हुकूमत पर भी हो रहा है।

चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ के फ़र्ज़ंद और रियासती वज़ीर पंचायत राज-ओ-इन्फ़ार्मेशन टेक्नालोजी ने मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के लिए न्यूज़ एडीटर सियासत आमिर अली ख़ां की तरफ से चलाई जा रही तहरीक का हवाला देते हुए कहा कि बे-शक केसीआर ने अलाहिदा रियासत तेलंगाना की तहरीक और फिर असेंबली चुनाव की मुहिम के दौरान वादा किया था कि इक़तिदार पर फ़ाइज़ होने के बाद मुसलमानों को तालीम और मुलाज़मतों में 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम किए जाऐंगे।

केसीआर अपने वादे पर क़ायम हैं। केसीआर एसे शख़्स हैं जो एक मर्तबा वादा करते हैं तो फिर अपने वादे से नहीं मुकरते , रियासत में मुसलमानों को हरहाल में 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम किए जाऐंगे। इस सिलसिले में ज़ाहिद अली ख़ां साहिब और आमिर अली ख़ानसाहब को मायूसी नहीं होगी और एक दिन एसा आएगा जब अख़बार सियासत में मुसलमानों को तालीम और मुलाज़मतों के शोबों में 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम किए जाने की ख़बर सियासत में शाय होगी।

केटीआर तेलंगाना स्टेट यूनीयन आफ़ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (TUWJ) और हैदराबाद यूनीयन आफ़ जर्नलिस्ट्स के ज़ेरे एहतेमाम प्रेस कलब बशीर बाग़ में मुनाक़िदा मीट दी प्रेस प्रोग्राम में हिस्सा ले रहे थे। सारा प्रेस कलब सहाफ़ीयों से खचाखच भर गया था। उन्होंने मीडिया नुमाइंदों की कसीर तादाद की मौजूदगी में कहा कि मुस्लिम भाईयों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात ज़रूर फ़राहम किए जाऐंगे।

हुकूमत को जी सुधीर कमेटी की सिफ़ारिशात का इंतेज़ार है जो रियासत के तमाम अज़ला में मुसलमानों की तालीमी मआशी और समाजी पसमांदगी का जायज़ा ले रही है। सुधीर कमेटी की सिफ़ारिशात मौसूल होते ही हुकूमत मुस्लिम तहफ़्फुज़ात के लिए ठोस इक़दामात करेगी।