मुस्तक़बिल की हैदराबादी मुस्लिम ख़ातून कमर्शियल पायलट , सय्यदा सिल्वा फ़ातिमा

हैदराबाद३१ मार्च : ( सियासत न्यूज़ ) : दुनिया में यूं तो ख़वातीन आज हर शोबा-ए-हियात में कारहाए नुमायां अंजाम दे रही हैं जैसे इंजीनीयरिंग , मैडीसन , प्रोफ़ैसर और आई टी लेकिन पायलट बनने की ख़ाहिश शायद चंद ही गिने चुने लोगों के दिल में जागती है । ऐसी ही एक नौ उम्र लड़की हैं सय्यदा सिल्वा फ़ातिमा , जिन्हों ने स्कूल के ज़माने से ही ये इरादा कर लिया था कि उन्हें कॉलिज की तालीम के बाद अनजीनर नहीं बल्कि पायलट बनना है जब इरादे मुसम्मम हूँ तो रास्ते अपने आप आसान हो जाते हैं ।

सिल्वा फ़ातिमा ने स्कूली तालीम के बाद सैंट अनस कॉलिज , मह्दी पटनम में दाख़िला लिया जहां उन्हें फ़ीस से लेकर तालीम के हर शोबा में मुराआत दी गई । एंटर मीडीट के EAMCET क़ुरैश कोर्स के दौरान एक तक़रीब का इनइक़ाद हुआ था जहां जनाब ज़ाहिद अली ख़ां एडीटर सियासत भी मौजूद थे और ख़ैर मुक़द्दमी तक़रीर पढ़ने वाली कोई और नहीं बल्कि सिल्वा फ़ातिमा ही थीं । जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने बादअज़ां सिल्वा से पूछा था कि वो आख़िर क्या बनना चाहती हैं ? सिल्वा फ़ातिमा ने कहा कि इन के वालदैन की मआशी हालत मुस्तहकम नहीं है लिहाज़ा वो सिर्फ़ इंजीनीयरिंग की तालीम के ही मुतहम्मिल हो सकते हैं लेकिन सिल्वा ने अपने दिल में दबी हुई पायलट बनने की ख़ाहिश को जनाब ज़ाहिद अली ख़ां के सामने कह दिया जिस पर उन्हों ने वाअदा किया कि वो पायलट बनने के तमाम अख़राजात बर्दाश्त करेंगी।

उन्हों ने सिल्वा से कहा कि वो अपने वालदैन से भी इजाज़त हासिल कर ले । वालदैन की ख़ुशीयों का कोई ठिकाना नहीं था । सिल्वा फ़ातिमा के वालिद सय्यद इशफ़ाक़ अहमद बेकरी में मुलाज़मत करते हैं और वो अपनी बेटी को इंजीनीयरिंग से ज़्यादा तालीम के मुतहम्मिल नहीं हो सकते थे । जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने सिल्वा को बिलकुल अपनी बेटी की तरह ये तलक़ीन की कि वो अपनी तालीम जारी रखे और पायलट बनने के लिए इम्तिहानात और दीगर उमूर की तकमील करते हुए पेशरफ़त करे और अख़राजात की बिलकुल परवाह ना करे । जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने अपने एक दोस्त कैप्टन रज़ा से भी सिल्वा की मुलाक़ात करवाई । कैप्टन रज़ा ने भी सिल्वा को बताया कि मंज़िल का हुसूल आसान नहीं है ।

ये 2006-07 की बात है । सिल्वा फ़ातिमा के पास फ़िलहाल स्टूडैंट पायलट और रेडीयो ऑप्रेटर लाईसैंस मौजूद हैं । कमर्शियल पायलट लाईसैंस के लिए उन्हें 200 घंटों की उड़ान का तजुर्बा दरकार है जिस में से उन्हों ने 131 घंटों की उड़ान मुकम्मल कर ली है । हाल ही में क़दीम बेगम पेट अर पोर्ट पर Aviation Show 2012 मुनाक़िद हुआ था जिस में सय्यदा सिल्वा फ़ातिमा को भी मदऊ किया गया था । शो के दौरान मीडीया ने उन्हें घेर लिया और उन के तजुर्बात के बारे में मुतअद्दिद सवालात किए ।

एक तय्यारे के कॉकपिट में रूसी पायलट कैप्टन ELOY ने सिल्वा के साथ तस्वीर भी खिंचवाई । सय्यदा सिल्वा फ़ातिमा के ट्रेनरज़ में कैप्टन ववीक अग्रवाल और कैप्टन सुनील कुमार सिंह के नाम काबिल-ए-ज़िकर हैं । सय्यदा सिल्वा फ़ातिमा की मेहनत और जुस्तजू रंग लारही है और वो बहुत जल्द एक मुस्लिम ख़ातून कमर्शियल पायलट के तौर पर ना सिर्फ हैदराबाद बल्कि हिंदूस्तान का नाम भी रोशन करेंगी । सय्यदा सिल्वा फ़ातिमा से बातचीत का वीडीयो www.siasat.com पर मुलाहिज़ा किया जा सकता है ।