मुस्लमान होने के नाते केंद्र सरकार को तंजील अहमद की शहादत पर शक: आप विधायक

नई दिल्ली : एनआईए में डीएसपी पद पर कार्यरत तंजील अहमद को जिस तरह से कुछ गुंडों ने गोलियों से छलनी करे मौत के घाट उतार दिया था । तंजील अहमद की शहादत पर ओखला से आप के विधायक अमान्तुल्लाह ने प्रश्न उठाते हुए कहा की मैं केंद्र सरकार से ये जानना चाहता हूँ की एनआईए ऑफिसर  एम तंजील अहमद के अंतिम संस्कार में कोई भी प्रतिनिधि क्यों नहीं पहुंचा ,यहाँ तक की एरिया के सांसद भी नहीं पहुंचे , क्या केंद्र सरकार को उनकी शहादत पर शक है ? क्या उनकी शहादत केंद्र की नज़र में कोई अहमियत नहीं है ? उनके साथ केंद्र सरकर ऐसा इस लिए कर रही क्यूंकि वह एक मसुलमान अफसर थे ?

वहीँ अब इस मामले पर राजनितिक और समाजी लगों ने भी प्रश्न उठाने शुरू कर दिए हैं की आखिर क्या वजह रही की तनजील के परिजनों को दिलासा देने कोई भी  केन्द्रीय मंत्री नहीं पहुंचा यहाँ तक की गृहमंत्री भी नहीं आए।

आपको बता दें कि उनकी बीवी को भी बुरी तरह से ज़ख़्मी कर दिया गया था जो अस्प्ताल में ज़िन्दगी और मौत से जंग लड़ रही हैं ,और अभी तक इसका कोई सुराग नहीं मिला की वह कौन लोग थे जिन लोगों ने तंजील पर हमला किया था यह अपने आप में बड़ा सवाल है. सदाए भारत के अनुसार NIA पर भी बड़ा सवाल उठ रहा है की आखिर देश की सब से अहम जाँच एजेंसी जो मिनट में ही किसी भी कांड का पर्दा फाश  कर देती है वह अभी तक अपने एजेंट के शहीद तंजील अहमद के हत्यारों का सुराग क्यों नहीं लगा पाई है।