मुस्लिम रिजर्वॆशन्: मरकज़् ने माया के पाले में फेंकी गेंद

लखनऊ २९ नवम्बर: मर्कज़ी हुकूमत् ने मुस्लिम रिजर्वॆशन् को उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी बताते हुए गेंद वजीरॆ आला मायावती के पाले में वापस कर दी है।

मायावती ने पिछडे़ मुसलमानों, गरीब सूदॊ‍.और जाटो को रिजर्वॆशन् दिए जाने की मांग को लेकर वजीरॆ आज़म् मनमोहन सिंह को खत् लिखा था। इस खत का जवाब देते हुए वजीरॆ आज़म् कॆ द्फ्तर् नॆ कह दिया है कि मुसलमानों को रियासती हुकूमत् रिजर्वॆशन् दे सकती है। इस मामले में मुल्क़् की जनूबी रीयास्तॊ की मिसाल् दी गई है।

वजीरॆ आज़म् कॆ द्फ्तर् से आए पत्र में कहा गया है कि दक्षिण के राज्यों ने अपने इख्तॆयार् से पिछडे़ मुसलमानों को रिजर्वॆशन् दिया है। वैसे भी मरकज़ी हुकूमत् कॆ जरियॆ सॆ मज़हब के बुनियाद् पर रिजर्वॆशन् दिया जाना आइन् (Constitution) कॆ खिलाफ् है। वजीरॆ आला कॆ द्फ्तर् से आए खत में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश हुकूमत् आंध्रप्रदेश फार्मूले के बुनियाद् पर मुसलमानों के रिजर्वॆशन् का एलान कर सकती है।

आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को पिछडा एलान् करते हुए इस ग्रुप् को सरकारी नौकरियों में 4 फीसद रिजर्वॆशन् दिया गया है। केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी इसी तर्ज पर मुसलमानों को रिजर्वॆशन् दिया गया है।

तमिलनाडु में मुसलमानों और ईसाइयों के लिए 3.5 फीसद अलग से कोटा मुकर्र् है। दक्षिण के कुछ रियास्तॊ में रिजर्वॆशन् 50 फीसद् की कि हद् को भी पार कर गया है। हालांकि सुप्रीम् कॊर्ट् ने रिजर्वॆशन् की हद् 50 फीसद् मुकरर् की है। मायावती ने अपने खत में सच्चर समिति और रंगनाथ मिश्रा आयोग के सिफारिशों के अनुसार मुसलमानों को रिजर्वॆशन् दिया जाने की सिफारिश की थी।

उत्तर प्रदेश में मुसलमानों की तादाद् तकरीबन 20 फीसद् है। एसॆम्बली की कुल 403 सीटो में से करीब 100 सीटो पर ये फैसलॆ कॆ किरदार् में हैं । एसॆम्बली के 2012 में मजूज़्ह् इंतॆखबात् में मुस्लिम वॊटॊ को लेकर सपा, भाजपा, बसपा, रालोद और पीस पार्टी में खासतौर पर खींचतान है। ये चारों टीम् इस कम्यूनिटी के ज्यादा से ज्यादा वॊट् बटोरने के फिराक में हैं