मुहम्मद आमिर को क़ुर्बानी का बकरा बनाया गया: वकील

लंदन 26 अक्टूबर (ए पी) एसपाट फिक्सिंग स्कैंडल में सज़ा याफ़ता पाकिस्तानी क्रिकेटरस सलमान बट, मुहम्मद आसिफ़, मुहम्मद आमिर और एजैंट मज़हर मजीद के ख़िलाफ़ कुरप्शन और धोका दही मुक़द्दमा की समाअत लंदन की अदालत में जारी है। समाअत के 14हवीं दिन वकील इस्तिग़ासा आफ़ताब जाफ़र ने अपने दलायल को हतमी शक्ल देते हुए कहा कि एसपाट फिक्सिंग स्कैंडल सामने आने से लेकर अब तक ये बात वाज़िह होगए है कि इस तमाम मुआमले में नौजवान फ़ासट बोलर मुहम्मद आमिर को क़ुर्बानी का बकरा बनाया गया। मीडीया में जारी ख़बर के मुताबिक़ वकील इस्तिग़ासा आफ़ताब जाफ़र जी ने कहा कि इस केस से मुताल्लिक़ हर फ़र्द की राय यही है कि मुहम्मद आमिर को एसपाट फिक्सिंग का हिस्सा बनाया गया। उन्हों ने कहा कि मैंने सलमान बट से दो मर्तबा पूछा कि मुहम्मद आमिर किस तरह साज़िश का हिस्सा बने तो उन्हों ने हर मर्तबा यही कहा कि ये सब कुछ मेरे पीठ पीछे हुआ है, मैंने आमिर को मज़हर मजीद से मिलवाया ज़रूर लेकिन मुझे ऐसी किसी साज़िश का इलम नहीं। जाफ़र जी ने कहा कि सलमान बट और मुहम्मद आसिफ़ ने अदालत के सामने ब्यान में भी यही कहा कि मुहम्मद आमिर नो बाल स्कैंडल में मुलव्विस है जिस से ये मालूम होता है कि उन्हों ने मिल कर आमिर को क़ुर्बानी का बकरा बनाया। वकील इस्तिग़ासा ने ज्यूरी के सामने एसपाट फिक्सिंग स्कैंडल रौनुमा होने से ट्रायल तक होने वाली गुफ़्तगु का ख़ुलासा करते हुए 13 हक़ायक़ पर एक मर्तबा फिर रोशनी डाली। इस्तिग़ासा ने कहा कि क्रिकेट की तारीख़ में नौ बाल करने के लिए कोई क़ानूनी वजह मौजूद नहीं। मई 2010के बाद से सलमान बट और मज़हर मजीद के दरमयान टेलीफोनिक राबते हुए जिन में मैच फिक्सिंग के हवाले से बात की गई।