मुहाजिरीन की वजह से जर्मन ईसाईयत के क़रीब आएँगे – मीरकल

जर्मन चांसलर ने मुल्क में मेहमान मज़दूरों के साठ बरस मुकम्मल होने पर एक तक़रीब से ख़िताब के दौरान कहा कि मुहाजिरत के सबब जर्मन मुआशरा ना सिर्फ मज़ीद मुतहर्रिक होगा बल्कि जर्मनों में ईसाईयत के बारे में मज़ीद जानने का जज़्बा भी बेदार होगा।

साठ साल क़ब्ल उन्नीस सौ पच्चास की दहाई में दूसरी जंगे अज़ीम के बाद मग़रिबी जर्मनी की तामीर और तरक़्क़ी के लिए मुख़्तलिफ़ ममालिक से मेहमान मज़दूर जर्मनी आए थे। इन अफ़राद की अक्सरीयत ताल्लुक़ तुर्क मुस्लमानों पर मबनी थी।

इस के इलावा बलक़ान रियास्तों से भी बहुत बड़ी तादाद जर्मनी आई थी। मेहमान मज़दूरों ने जर्मनी की मईशत की मज़बूती में अहम किरदार करने के साथ साथ जर्मन मुआशरे को भी कसीरुल नसली बनाया है। इसी सिलसिले में मुनाक़िदा एक तक़रीब से ख़िताब करते हुए जर्मन चांसलर एंजिला मीरकल ने कहा, आप लोगों की अक्सरीयत इस बात से वाक़िफ़ है कि जर्मनी क्या पेश कर सकता है।