मुहाजिरीन को जंग के ख़ात्मे पर घर जाना होगा – जर्मन चांसलर

जर्मन चांसलर एंजिला मीरकल ने मुहाजिरीन को जर्मनी में पनाह देने की पालिसी के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वालों को मनाने की कोशिश में कहा है कि शाम और इराक़ के मुहाजिरीन को जंग ख़त्म होने की सूरत में अपने घरों को वापिस जाना होगा।

एंजिला मीरकल मुहाजिरीन को आबाद करने की पालिसी पर तन्हा दिखाई देती हैं मगर उन्होंने कुछ क़दामत पसंदों की जानिब से मुहाजिरीन की आमद को महिदूद करने या जर्मनी की सरहदों को बंद करने के दबाव के अगे नहीं झुकें। पिछले साल के दौरान 11 लाख मुहाजिरीन की रिकार्ड तादाद ने जर्मनी का रुख किया।

मगर जर्मनी के शहर कोलोन में ख़वातीन पर हमलों के नतीजे में जर्मनी की जराइम और सेक्युरिटी के हालात पर गिरिफ्त के हवाले से ख़दशात बढ़ रहे हैं। मीरकल का कहना है कि मुहाजिरीन को रहने की जगह और मदद करने की कोशिशों के बावजूद उन्हें ये बताना ज़रूरी है कि उन्हें सिर्फ कुछ महिदूद मुद्दत के लिए रहने की जगह दी गई है।