मुख़ालिफ़ अवाम पालिसीयों की ताईद ( हिमायत) हरगिज़ नहीं: करूणानिधि

कांग्रेस ने आज पेट्रोल की कीमतों में इज़ाफ़ा पर डी एम के की सख़्त तन्क़ीद का सख़्त नोट लिया और कहा कि दुनिया का कोई मसला ऐसा नहीं है जिसे बात चीत के ज़रीया हल ना किया जा सके। पार्टी तर्जुमान (लीडर) रेनूका चौधरी ने कहा कि हम हमेशा अपनी हलीफ़ (दोस्त) जमातों की राय का बेहद एहतिराम करते हैं और मसला का हल बात चीत के ज़रीया निकाला जा सकता है।

दूसरी तरफ़ पार्टी वर्कर्स के एक इजलास (शभा) से ख़िताब (संबोधित) करते हुए मिस्टर करूणानिधि ने कहा कि पार्टी वर्कर्स क्यों एहतिजाज कर रहे हैं? इस की कोई ना कोई ठोस वजह तो होगी।

मख़लूत (मिली जुली) हुकूमत का हिस्सा होने का मतलब ये नहीं कि हम इन तमाम पालिसीयों की ताईद करें जो अवाम के लिए नुक़्सानदेह हो। करूणानिधि ने मज़ीद कहा कि ऐसा नहीं है कि हम यू पी ए की ताईद (हिमायत/ मदद/सहायता) से दस्तबरदार (नहीं हो सकते। हम ऐसा ज़रूर कर सकते हैं, लेकिन करेंगे नहीं।

माज़ी ( गुज़रे हुए वक़्त) में भी डी एम के ने बी जे पी की क़ियादत वाली एन डी ए और वे पी सिंह हुकूमत से भी अपनी ताईद वापस ले ली थी। करूणानिधि के मुताबिक़ डी एम के ने कभी भी अपोज़ीशन में होने के बावजूद मफ़ाद-ए-आम्मा (लोक हित / जन कल्याण) के मुआमलात को उठाने से गुरेज़ नहीं किया।