मैं जो भी हूँ मद्दाहों की वजह से हूँ : लता मंगेशकर

मुंबई 29 सितंबर (पी टी आई) बुलबुले हिंद लता मंगेशकर जो गुज़श्ता सात दहाईयों से अपनी सुरीली आवाज़ के ज़रीया लाखों दिलों पर राज करती रही हैं, आज 82 बरस की होगईं। लता मंगेशकर ने अब तक 30,000 से ज़ाइद गाने गाय हैं और हिंदूस्तान की तक़रीबन हर ज़बान में उन्हों ने बेहतरीन नग़मे पेश किये। उन्हों ने अपनी सालगिरा इंतिहाई सादगी के साथ अपने अरकान ख़ानदान के साथ मनातें और बादअज़ां शाम में एक ऐवार्ड तक़रीब में शिरकत की। पी टी आई को एक इंटरव्यू देते हुए उन्हों ने कहा कि वो अपनी सालगिरा धूम धाम से नहीं मनाएं। हम लोग केक वग़ैरा भी नहीं काटती, सारा दिन मलिक और बैरून-ए-मलिक के परसितारों की मुबारकबाद की कालस वसूल करने में गुज़र जाता है। यूं तो 1942-में उन्हों ने एक मराठी गीत के साथ अपने गुलूकारी कैरीयर का आग़ाज़ किया लेकिन 1946-में बनी आप की सेवा में नामी फ़िल्म में उन्हों ने अपना पहला हिन्दी गीत गाया। मूसीक़ार ग़ुलाम हैदर ने लता मंगेशकर को मजबूर नामी फ़िल्म में गाने का एक बड़ा मौक़ा दिया। इस के बाद लता मंगेशकर ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।