मोदी की रैली में मुसलमानों के लिए ड्रेस कोड

जयपुर, 10 सितंबर: नरेन्द्र मोदी की रैली के लिए बीजेपी ने मुसलमानों के लिए ड्रेस कोड तय किया है | राजस्थान के बीजेपी लीडरो से ज्यादा से ज्यादा अकलियतों को रैली में लाने के लिए कहा गया है साथ ही ये भी कहा गया है कि मुसलमान मर्द स्कल कैप और स्कार्फ पहनकर आएं और ख्वातीन बुर्के में आएं हालांकि वसुंधरा राजे मोदी के बारे में पूछ जाने पर सवालों को टालकर चलती बनीं |

यह रैली राजस्थान में 10 सितंबर को होनी है इस रैली में शामिल होने वाले मुस्लिमों का ड्रेस कोड रखा गया है यह ड्रेस कोड इसलिए, ताकि मुखालिफीन को जवाब दिया जा सके राजस्थान में मोदी को बुलाने से अब तक परहेज कर रही वसुंधरा राजे इस बात से डर रही थी कि अशोक गहलोत से नाराज अकलीयते (Minorities) कहीं मोदी के आने से वापस कांग्रेस की तरफ न भाग जाएं, लिहाजा अजमेर शरीफ के खादिमों से लेकर बीजेपी अकलीयतो‍ को मोर्चे पर लगाया गया है |

रैली से ये पैगाम देने के लिए कि मोदी अकलियतो के खिलाफ नहीं, बल्कि मुसलमानों में भी मकबूल हैं | इससे मोदी को भी अपनी इमेज सुधारने का मौका मिलेगा और वसुंधरा भी मोदी को बुलाकर उनकी नाराजगी दूर कर लेंगी |

राजस्थान बीजेपी के तर्जुमान कैलाशनाथ भट्ट ने इस बारे में कहा कि लोग अपनी रिवायती पोशाक टोपी, स्कार्फ और बुर्के पहनकर, जो वे त्योहारों पर पहनते हैं, आएं तो बहुत अच्छा होगा पार्टी ने भी इसका इस्तेकबाल किया है |

राजस्थान में करीब 30 सीटों पर अकलीयती वोटों की सीधा असर है और इस बार गोपालगढ़, उदयपुर और टोंक में हुए दंगों को लेकर अकलियतों में गहलोत हुकूमत से नाराजगी है वसुंधरा सभी को साथ लेकर चलने की इमेज की वजह से इन वोटों पर नजर लगाए बैठी हैं |

लेकिन नरेन्द्र मोदी को जयपुर की बीजेपी की रैली में वसुंधरा राजे ने बुला तो लिया है, लेकिन इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है कि बैनर-पोस्टरों में मोदी वसुंधरा से आगे न निकलें |

ज्यादतर पोस्टर अकेले वसुंधरा राजे के हैं. कुछ में मोदी हैं भी तो दूसरे लीडरो के साथ पीछे रैली के लिए 30 मिनट तक जानकारी देते हुए वसुंधरा ने बतौर स्पीकर सिर्फ एक बार गुजरात के वज़ीर ए आला के तौर पर में मोदी का नाम लिया, लेकिन मोदी पर सवाल पूछते हीं खड़ी होकर चल पड़ी |

वसुंधरा राजे ने कहा कि इस इजलास को राजनाथ सिंह और नरेन्द्र मोदी भी खिताब करेंगे इसमें सभी कारकुनो और 36 कौमों के लोगों को बुलाया गया है |

उधर, मोदी की जयपुर रैली से पहले गुजरात के सामाजी तंजीमो ने जयपुर में इजलास कर मोदी हुकूमत की पोल-पट्टी खोली इस मौके पर 10 से ज्यादा तंज़ीमो ने दिन भर कई मुकामात पर आवाम को समझाया कि मोदी की गुजरात की तरक्की की बातें झूठी हैं |

सामाजी कारकुन तीस्ता सितलवाड़ ने इस बारे में कहा कि गुजरात में तरक्की का जो मॉडल दिखता है वो वैसा नहीं है. वहां गरीबी, बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर कोई बात नहीं करता आज नरेन्द्र मोदी वज़ीर ए आज़म बनने चले हैं, गुजरात दंगों पर बात नहीं करते |

बीजेपी का कहना है कि ये रैली बीजेपी की तारीख में सबसे बड़ी रैली जानी जाएगी, लेकिन बीजेपी की तारीख में ये रैली इसलिए भी जानी जाएगी कि जयपुर की ये पहली रैली होगी जो बगैर लालकृष्ण आडवाणी के होगी |