मोदी के जलसा में मुस्लमानों को बुर्क़ा और टोपी पहनने की हिदायत पर तन्क़ीद

गुजरात के चीफ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी की जय पूर रैली आज बी जे पी की जानिब से मुस्लमानों को उनकी रिवायती टोपी और बुर्क़ा पहन कर शिरकत केलिए की गई हिदायत के सबब नए तनाज़ा का शिकार होगई और नाक़दीन ने ड्रेस कोड के पसेपर्दा महरेकात पर कई सवाल उठाए हैं।

ताहम बी जे पी ने दावा किया कि उसके अकलिय‌ती सेल ने ये हिदायत की थी जिसे ग़लत समझा गया है और हम ने मज़हबी बुनियाद पर कोई इम्तियाज़ या फ़र्क़ मुक़र्रर नहीं किया था। कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी दिग्विजय‌ सिंह ने सवाल किया है कि आया बी जे पी ड्रेस कोड नाफ़िज़ कर रही है या फिर वोट बैंक सियासत पर अमल पैरा होगई है जो मुस्लमानों से अपने जलसों में बुर्क़ा और टोपी पहन कर शिरकत करने की हिदायत कर रही है।

दिग्विजय‌ सिंह ने ट्वीटर पर लिखा कि ड्रेस कोडिया वोट बैंक सियासत ऐसा सवाल है जो मीडिया की जानिब से बी जे पी से पूछा जाना चाहिए। बी जे पी ने दावा किया कि ये हिदायत की गई थी कि बुर्क़ा पहने हुई ख़वातीन को जलसा-ए-गाह में दाख़िल होने से नहीं रोका जाना चाहिए और ये इल्ज़ाम आइद किया था कि कांग्रेस ने अपने एक जलसा में सेक्योरिटी वजूहात की बिना पर बुर्क़ापोश ख़वातीन को शिरकत करने से रोक दिया था।

बी जे पी की तर्जुमान ज्योति किरण पी टी आई से कहा कि अव्वाम को उनके रिवायती लिबास में जलसा में शिरकत करने की इजाज़त रहेगा, ख़ाह वो ख़वातीन बुर्क़ा पहनें या मर्द टोपी , सफ़ा या पगड़ी का इस्तिमाल करें, इस से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ेगा।