मोदी सरकार के कारनामे तमिलनाडु में भाजपा का चुनावी हथियार

चेन्नई: भाजपा ने आज कहा कि वह मोदी सरकार के आर्थिक शोबे में कामयाबीयों और मालियाती शोबे में सबको साथ लेकर चलने के उपायों को अपना आगामी विधानसभा चुनाव में जो 5 राज्यों में होने वाले हैं, अपना अतिरिक्त चुनावी हथियार बनाएगी। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच राजा ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के पास जो भी हथियार था वह निष्पक्ष चुनाव थे और नरेंद्र मोदी से जुड़े लोगों की उम्मीदें थीं, लेकिन पिछले 21 महीने के दौरान मोदी सरकार के कारनामों विशेष रूप से सबको साथ लेकर चलने की वित्तीय विभाग की योजनाओं जैसे जनधन, अटल पेंशन योजना और बैंक हर व्यक्ति तक और हर घर तक पहुँच चुके हैं, यह अतिरिक्त हथियार है, जो हम चुनावी हथियार के रूप में प्रयोग करेंगे।

राजा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों के जवाब दे रहे थे कि पार्टी असम, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में जनता का सामना करने के लिए भाजपा की रणनीतियों के बारे में सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने सीपीआई (एम) की निंदा की और हाल समय में भाजपा, आरएसएस और युवा कांग्रेस के सदस्यों पर केरल में हमलों का हवाला देते हुए किसी भी मोर्चे में शामिल होने से इनकार कर दिया और कहा कि चूंकि स्टैंड तय हो गया है कि किसी के साथ भी गठबंधन नहीं किया जाएगा, इसलिए भाजपा अपने बलबूते पर चुनावी मुख़ाबला करेगी।