मोदी सरकार को झटका, घाटे में चल रही एयर इंडिया को नहीं मिला कोई खरीदा

हजारों करोड़ के घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया का विनिवेश करने में जुटी केंद्र सरकार को बड़ा झटका लगा है। सरकार की ओर से एयर इंडिया के लिए मंगाई गई बोली में एक भी खरीदार सामने नहीं आया। गुरुवार को एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश के लिए इच्छा जाहिर करने की अंतिम तारीख थी।

नागर विमानन मंत्रालय ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि लेनदेन सलाहकार अर्नेस्ट एंड एंग ने बताया है कि एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश के लिए निकाले गए रुचि पत्र (ईओआई) के लिए कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। इस पर आगे की कार्रवाई उचित तरीके से तय की जाएगी।

मालूम हो, केंद्र सरकार ने 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के कर्ज में डूबी एयर इंडिया में रणनीतिक विनिवेश के तहत उसकी 76 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के लिए निविदा जारी की थी। अभिरुचि पत्र दायर करने की अवधि पहले 14 मई थी, जिसे बढ़ाकर 31 मई किया गया था।

हालांकि सरकार ने यह शर्त जोड़ रखी थी कि सिर्फ वही कंपनियां एयर इंडिया की हिस्सेदारी खरीद सकती हैं, जिनका नेटवर्थ पांच हजार करोड़ रुपए या अधिक हो और जो पिछले तीन वित्त वर्ष के दौरान लगातार मुनाफे में रही हो।