मौसिमे गर्मा में बर्क़ी कटौती नहीं होगी , केराला से बर्क़ी का हुसू

चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ ने एलान किया कि मौसिम-ए-गर्मा में बर्क़ी कटौती नहीं होगी। चीफ़ मिनिस्टर ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए वज़ाहत की के बर्क़ी की क़िल्लत पर क़ाबू पाने के लिए हुकूमत के इक़दामात समर आवर साबित हुए हैं। केराला के क़ाइम कोलम से 500 मैगावाट बर्क़ी हासिल की जा रही है जिस से बर्क़ी की सूरत-ए-हाल पर क़ाबू पालिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बर्क़ी के मसले पर मौजूदा सूरत-ए-हाल बरक़रार रहेगी ताहम मज़ीद किसी कटौती या बोहरान का सामना करना नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि आंध्र प्रदेश तंज़ीम जदीद क़ानून के तहत आंध्र प्रदेश से तेलंगाना को बर्क़ी का जो हिस्सा मिलना चाहीए वो नहीं मिल रहा है। रियासत में फ़िलवक़्त 4300मैगावाट बर्क़ी दस्तयाब है।

जारीया साल के इख़तेताम तक मज़ीद 2000 मैगावाट बर्क़ी हासिल होगी जिस के बाद 2017 से किसानों को 12 घंटे बर्क़ी सरबराही को यक़ीनी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आइन्दा दो बरसों में तेलंगाना बर्क़ी के शोबे में ना सिर्फ़ ख़ुद मुकतफ़ी होजाएगा बल्कि 2018 में वो 2 ता 3 हज़ार मैगावाट बर्क़ी दुसरे रियासतों को फ़रोख़त करने के मौक़िफ़ में होगा। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि 2018 में तेलंगाना बर्क़ी के शोबा में सरप्लस स्टेट का मौक़िफ़ इख़तियार करलेगा।

उन्होंने कहा कि बर्क़ी बोहरान पर मुकम्मिल क़ाबू पाने के लिए हुकूमत इक़दामात कररही है और मौसिम-ए-गर्मा में बर्क़ी की बेहतर सरबराही के लिए हिक्मत-ए-अमली तैयार की गई है। चीफ़ मिनिस्टर ने बीड़ी मज़दूरों के लिए 01मार्च से माहाना 1000/- रुपये वज़ीफे का एलान करते हुए कहा कि इस सिलसिले में चुनाव के वक़्त वादा किया गया था जिस की तकमील का 01 मार्च से आग़ाज़ होगा। उन्होंने कहा कि ख़ानदानों के जामि सर्वे के मुताबिक़ तेलंगाना में 4लाख 90 हज़ार बीड़ी वर्कर्स मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि एक लाख 40 हज़ार अफ़राद को आसरा स्कीम के तहत पेंशन दिया जाएगा।

2 लाख 40 हज़ार अफ़राद अभी तक हुकूमत के वज़ाइफ़ हासिल कररहे हैं। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि मर्कज़ी हुकूमत की प्रावीडेंट फ़ंड हासिल करने वाले बीड़ी वर्कर्स की तादाद एक लाख है। उन्होंने कहा कि हुकूमत की दुसरी स्कीमात से इस्तेफ़ादा करने वाले वज़ीफे के मुस्तहिक़ नहीं होंगे। उन के अलावा मज़ीद कोई मुस्तहिक़ बीड़ी वर्कर्स पाए जाएं तो उन्हें स्कीम में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बीड़ी वर्कर्स से अपील की के वो इस सिलसिले में उलझन का शिकार ना हूँ। उन्होंने वर्कर्स के क़ाइदीन से कहा कि वो वर्कर्स के साथ धरने में हिस्सा लेने के बजाये मुस्तहिक़ वर्कर्स की दरख़ास्तें मुताल्लिक़ा एम आर औज़ के पास दाख़िल करें।

चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि हुकूमत 20 ता 50 हज़ार अफ़राद को वज़ीफे की मंज़ूरी के लिए तैयार है लिहाज़ा वर्कर्स को एहतेजाज करने की ज़रूरत नहीं। के सी आर ने कहा कि वज़ाइफ़ के तहत जब मुख़्तलिफ़ ज़मरों में लाखों अफ़राद को हुकूमत वज़ीफे जारी कररही है तो इस में 50 हज़ार अफ़राद की शमूलीयत कोई मसला नहीं है।

उन्होंने कहा कि किसी भी स्कीम पर अमल आवरी के लिए हुकूमत के पास तरीका-ए-कार मुतय्यन है। उन्होंने वर्कर्स से अपील की के वो एक से ज़ाइद सरकारी मुराआत हासिल करने की कोशिश ना करें। उन्होंने कहा कि तमाम मुस्तहिक़ बीड़ी वर्कर्स को वज़ाइफ़ की इजराई और उनके मसाइल की यकसूई हुकूमत की अव्वलीन तर्जीह होगी। निज़ाम आबाद, करीमनगर और मेदक अज़ला में बीड़ी वर्कर्स की ज़ाइद तादाद मौजूद है।