मज़हबी कट्टरता के मुखालिफ ब्लॉगर का सरेआम गला काटकर किया क़त्ल

अमेरिका में रहने वाले बांग्लादेश के एक मशहूर ब्लॉगर अविजीत रॉय का ढाका की एक सड़क पर गला काटकर क़त्ल कर दिया गया है . रॉय मज़हबी कट्टरता के खिलाफ बहुत खुलकर लिखते थे. अविजीत रॉय और उनकी बीवी रफीदा अहमद जुमेरात की रात ढाका यूनिवर्सिटी में एक बुक फेयर से लौट रहे थे, तब एक भीड़ भरे इलाके में उन पर हमला हुआ. इस हमले में अहमद शदीद तौर पर ज़ख्मी हो गईं. वह खुद भी एक ब्लॉगर हैं.

रॉय मज़हबी कट्टरता के खिलाफ एक तीखी आवाज थे और उनके लिखने को लेकर पहले भी उन्हें धमकियां दी जा चुकी हैं. मुकामी पुलिस चीफ सिराजुल इस्लाम ने बताया कि कातिलों ने गोश्त काटने वाले बड़े चाकू का इस्तेमाल किया. इस्लाम ने कहा, ‘हमले में कई लोग शामिल थे और कम से कम दो लोगों ने सीधा हमला किया. हमले के बाद दो बड़े छुरे बरामद हुए हैं.’

रॉय ने मश्हूर बांग्ला ब्लॉग मुक्त‍मन तंसीब किये थें जिसमें साइंटिस्ट के नजरिए से मज़हबी कट्टरता की मुखालिफत करते आर्टिकल शाय होते हैं. रॉय के छोटे भाई अनुजित ने बताया कि वह इसी महीने बांग्लादेश आए थे और मार्च में वापस अमेरिका जाने का मंसूबा बना रहे थे. बांग्लादेश में सेक्युलर आवाजों के खिलाफ यह पहला हमला नहीं है. 2013 में एक और ब्लॉगर अहमद रजीब हैदर की ढाका में उनके घर पर क़त्ल कर दिया गया था . 2004 में जानेमाने मुसन्निफ हुमायूं आजाद ऐसे ही एक हमले में शदीद तौर पर ज़ख्मी हो गए थे. तस्लीमा नसरीन सालों से मुल्क से बाहर रहने को मजबूर हैं.