यमन की ज़ंग में अब सऊदी अरब अकेला पड़ सकता है!

अमरीका की सेनेट ने यमन युद्ध में इस देश की सेना की किसी भी तरह की भागीदारी समाप्त करने के लिए एक बिल को मंज़ूरी दी है। अमरीकी सेनेट ने, जिसमें रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों की संख्या अधिक है, 46 के मुक़ाबले में 54 मतों से एक प्रस्ताव पारित किया है जो यमन युद्ध में अमरीका की ओर से सऊदी गठबंधन के समर्थन की समाप्ति की मांग करता है।

पार्स टुडे डॉट कॉम के अनुसार, इस बिल की मंज़ूरी को,सऊदी अरब के संबंध में अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की नीति पर कड़ा आघात माना जा रहा है। बिल में कहा गया है कि अमरीकी सेना को, यमन युद्ध में अपनी हर तरह की भागीदारी को तत्काल समाप्त करना होगा।

ज्ञात रहे कि सऊदी अरब ने अमरीका, संयुक्त अरब इमारात और कुछ अन्य देशों के समर्थन से मार्च 2015 में यमन पर सैन्य हमला किया था और तभी से इस देश का जल, थल व वायु मार्ग से घेराव जारी है।

सऊदी अरब व उसके घटकों के पाश्विक हमलों और घेराबंदी के कारण अब तक यमन में 16 हज़ार से अधिक लोग हताहत हो चुके हैं जबकि दसियों हज़ार घायल व दसियों लाख बेघर हो गए हैं।