यरग़मालियों की रिहाई की मोहलत का इख़तेताम

जापानी जर्नलिस्ट और उर्दन के फ़ौजी पायलट के अरकाने ख़ानदान आज उस वक़्त तज़बज़ब के शिकार हो गए जब यरग़माल बनाने वाले इस्लामिक स्टेट (दाइश) ग्रुप ने उन दोनों यरग़मालियों के बदले क़ैदीयों की रिहाई के लिए दी गई मोहलत के आज इख़तेताम के बाद कोई ब्यान नहीं दिया।

जापानी ओहदेदारों ने कहा है कि इस मसअले पर कल रात देर गए तक कोई पेशरफ़्त नहीं हो सकी। हुकूमत उर्दन ने कहा है कि सिर्फ़ ये साबित किए जाने पर कि उस का फ़ौजी पायलट ज़िंदा है वो अलक़ायदा के सिर्फ़ एक क़ैदी को रिहा कर सकती है जिस को सज़ाए मौत दी जा चुकी है।

जापान के सरकारी तर्जुमान योशहीडे सोगा ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है जो मैं आप से कह सकता हूँ। उन्हों ने जापानी यरग़माल और सहीफ़ा निगार कुंजी गोटू को बचाने हुकूमत उर्दन की मदद पर जापान के पुख़्ता यक़ीन का दावा किया। सोगा ने कहा कि गोटू की बीवी रंकोजोगो से हुकूमत जापान क़रीबी राबिता में है।