यातायात पुलिस का जनता पर भारी जुर्माने का रिकॉर्ड

हैदराबाद 28 अक्टूबर: हैदराबाद यातायात पुलिस की कार्रवाई सरकारी खजाने के लिए सहायक सिद्ध हो रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार यातायात पुलिस जर्मानों प्रारूप में मासिक लगभग एक करोड़ रुपये की राशि प्राप्त कर रही है। बताया जाता है कि 2015 में यातायात पुलिस ने औसतन मासिक एक करोड़ रुपये से अधिक राशि प्राप्त की थी।

शहर में ट्रैफिक जाम और जनता को होने वाली परेशानियों से बेखबर यातायात पुलिस की नजर केवल चालानात पर केंद्रित है। पिछले तीन साल की विश्लेषणात्मक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि आय के आधार पर 2015 यातायात पुलिस के लिए कोई अच्छा रहा लेकिन इस साल 2016 में यह रिकॉर्ड भी टूटने की संभावना है।

शहर में वाहनों की खरीद भी 2015 में अधिक रही। केवल हैदराबाद में 1,88,500 वाहन पंजीकरण क्या गया जन में 26,900 कारों और 1,39,000 टवोव्हीलर्स शामिल हैं। साल 2016 में सितम्बर को अंत तक 1,62,000 वाहनों का पंजीकरण किया गया। इसी तरह यातायात पुलिस को वर्ष 2013 में चालानात ज़रीये 6 करोड़ रुपये की आय हुई। 2014 में 5 करोड़ रुपये से अधिक और 2015 में 20 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जर्मानों के रूप में प्राप्त की गई।