यासीन भटकल: वन मैन आर्मी की तर्ज पर काम करता था

इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का गिरफ्तार दहशतगर्द यासीन भटकल वन मैन आर्मी की तर्ज पर इंतिहाई आली दर्जे के किस्म के बम बनाने और धमाके के लिए उन्हें चुनिंदा मुकामो पर रखने का काम खुद किया करता था।

इस काम में उसके सबसे भरोसे का साथी था उसका ससुर इरशाद। दिल्ली में रहने वाला यासीन का दूसरा ससुर इरशाद धमाके खेज मवाद (Explosive) और टाइमर जैसे बम बनाने वाले सामान का इंतेजाम करता था।

यासीन से पूछताछ कर रही नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी को शक है कि यासीन का हिंदुस्तान में कोई बड़ा बौस (आका) है जिसे वह बचाने की कोशिश कर रहा है। पूछताछ में यासीन ने यह भी कुबूल किया है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक का शख्स इंडियन मुजाहिदीन का हैंडलर है। यासीन ने इस हैंडलर का नाम सालाना बताया है।

यासीन ने एनआईए को बताया है कि आईएसआई का हैंडलर उसके लिए यहां रकम का इंतेजाम करवाता था। यासीन और उसके साथी असदुल्ला उर्फ हड्डी से पूछताछ कर रही एनआईए के सूत्रों के मुताबिक उसके ससुर इरशाद की दिल्ली के नांगलोई में अपनी फैक्ट्री थी, जिसकी आड़ में वह Explosive, टाइमर जैसे सामान का इंतेजाम किया करता था। इसी सामान से यासीन बम बनाता था और अलग-अलग शहरों में धमाके करता था।

गौरतलब है कि इरशाद को दिल्ली पुलिस ने कतिल नामी दहशतगर्द की निशानदेही पर पहले ही गिरफ्तार कर रखा है। लेकिन यासीन इतना शातिर था कि धमाके खेज मवाद जैसे सामान लेने के बाद वह कहां जाएगा और कहां धमाके करेगा इसकी खबर किसी को नहीं होती थी। जरूरत पड़ने पर लड़कों का इंतेखाब यासीन खुद किया करता था।

यासीन के कुबूल किया है कि वह पाकिस्तान और दुबई में छुपे आका आमिर रजा खान, रियाज और इकबाल भटकल आईएसआई के लेफ्टिनेंट कर्नल सालाना से लगातार राबिते में रहता है।

ज़राए के मुताबिक हिंदुस्तान में आईएसआई के छुपे हुए गुर्गों (Henchmen) के जरिए यासीन के पास रकम (पैसा ) पहुंचाया जाता था।

——— बशुक्रिया: अमर उजाला