युवा पीढ़ी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की भावना को समझे: नायडू

नई दिल्ली: सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने आज कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संदेशों के जरिये लोगों को गति देने के लिए उनके विचारों और शिक्षाओं पर किताबें उपलब्ध कराई जानी चाहिए। नायडू ने राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय के सहयोग से पब्लिकेशन पत्र विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तक ” चंपारण में गांधी ” विज्ञप्ति करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने युवाओं को मानवता, दयालु और प्रतिबद्धता हियाव के महत्वपूर्ण सबक दिए और अगली पीढ़ी को उनके दर्शन ” मेरा जीवन मेरा संदेश ” को समझने का मौका मिला।

उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को देश के विभिन्न क्षेत्रों के स्वतंत्रता सेनानियों के सर्वोच्च बलिदान की भावना को समझना चाहिए। नायडू ने इस अवसर पर पब्लिकेशन पत्र विभाग द्वारा प्रकाशित अन्य दो पुस्तकों का भी तारीख किया जिनमें रोम़्यां रोलां और महात्मा गांधी के बीच पत्राचार और दूसरी गांधी श्रृंखला (आठवें जल्द) शीर्षक से प्रकाशित हुई है।

नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल ही में ‘मन की बात’ भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी ने चंपारण आंदोलन और गांधीजी के संघर्ष के महत्व के बारे में बात की थी। उन्होंने कहा कि चंपारण पहली गैर हिंसा सभा थी जो महात्मा गांधी ने नेतृत्व किया था और यह देश की स्वतंत्रता के लिए भविष्य के संघर्ष आंदोलन बना था।