यूरोप में दक्षिणपंथी नेताओं की बढ़ रही है लोकप्रियता

धुर दक्षिणपंथी पार्टियों के बेहद युवा नेता लोगों से खुद को हल्के में ना लेने के लिए जोर देते हैं. पुराने यूरोप के समर्थक ये नेता आप्रवासन और शरणार्थियों जैसे मुद्दों पर युवाओं को अपने साथ जोड़ रहे हैं.
इस महीने हो रहे यूरोपीय चुनाव में धुर दक्षिणपंथी पार्टियों की ओर से खड़े हुए बहुत सारे उम्मीदवारों की उम्र 30 साल से भी कम है.

उनके कट्टर समर्थकों की उम्र भी कुछ ऐसी ही है. बेल्जियम में तेजी से उभरते नेता ड्रीज फान लांगेनहोफ की उम्र है 26 साल, वहीं फ्रांस में नेशनल रैली स्लेट के अध्यक्ष की उम्र है केवल 23 साल.

डेनमार्क में डेनिश पीपुल्स पार्टी की ओर से मुख्य उम्मीदवार की उम्र 29 साल है और वो अभी से वरिष्ठ प्रचारक की भूमिका में आ चुके हैं. स्पेन में वॉक्स पार्टी के मुख्य प्रवक्ता की उम्र 27 साल है और हाल ही में वह स्पेन की संसद के सदस्य भी बने हैं.

ये सभी उम्मीदवार असल में यूरोपीय कट्टर दक्षिणपंथी पार्टियों के उस प्रयास की बानगी दे रहे हैं जो अपने आप्रवासन-विरोधी, यूरोप-विरोधी संदेश युवा वोटरों तक पहुंचाना चाहते हैं.

इन्हें लुभाने के लिए वे युवाओं की बीयर-नाइट आयोजित करने से लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें जोड़ने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. यूरोप के युवा वोटरों में भी समाज के बड़ी उम्र के लोगों के मुकाबले दक्षिण की ओर झुकाव ज्यादा तेजी से होता दिख रहा है.

इसका सबूत हाल में इटली, फ्रांस, स्पेन और ऑस्ट्रिया में हुई वोटिंग में भी देखने को मिला. यह ट्रेंड 23 से 26 मई के बीच होने जा रहे यूरोपीय चुनावों पर भी असर दिखा सकता है. इस दौरान होने वाले चुनाव से यूरोपीय संसद की संरचना और बेल्जियम जैसे कुछ देशों में नई सरकारों का भविष्य तय होना है.

वामपंथी विचारधारा की ओर झुकाव रखने वाले एक थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटीजिक डॉयलॉग की रिसर्चर जूलिया एबनर बताती हैं, “अति दक्षिणपंथियों ने बहुत स्पष्ट रूप से युवा दर्शकों को बढ़ावा देने की कोशिशें की हैं.

इसके लिए उन्होंने अपनी छवि को लगभग पूरी ही तरह बदल दिया है.” वे कहती हैं कि सोशल मीडिया के यूजर्स से साथ जुड़ने में ये पार्टियां सबसे ज्यादा सक्रिय रही हैं. इसके अलावा इन पार्टियों ने समाज में व्याप्त लोगों की शिकायतों और डरों को पहचान कर, उन्हें आम लोगों की ही भाषा में सामने रखकर अपनी संस्कृति और सभ्यता के साथ जोड़ने में सफलता पाई है.

साभार- डी डब्ल्यू हिन्दी