यू पी अक़लियती कमीशन की तशकील नौ पर समाअत दो हफ़्ते बाद

उत्तरप्रदेश अक़लियती कमीशन की तशकील नौ केलिए मज़ीद दो माह की मोहलत मांगे जाने की रियासती हुकूमत की दर्ख़ास्त पर फिरकी मुख़ालिफ़ फ़ारूक़ ऐडवोकेट ने एतराज़ दाख़िल कर दिया है जिस पर अब हाइकोर्ट में समाअत दो हफ़्ते के बाद होगी। हाइकोर्ट की ये बेंच जस्टिस इमतियाज़ मुर्तज़ा जस्टिस डी के उपाध्याय पर मुश्तमिल थी।

याद रहे कि मुहम्मद फ़ारूक़ ऐडवोकेट ने यू पी अक़लियती कमीशन की तशकील नौ करने के लिए हाइकोर्ट से रुजू किया था और 15 मई 2012 को महिकमा अक़लियती बहबूद की सेक्रेटरी लीना जौहरी ने अदालत में हल्फ़नामा दाख़िल करके अदालत को यक़ीन दिलाया था कि हुकूमत जल्द ही अक़लियती कमीशन की तशकील करदेगी लेकिन अभी तक अक़लियती कमीशन की तशकील नहीं की गई जिस पर फ़ारूक़ ऐडवोकेट ने महिकमा अक़लियती बहबूद-ओ-दीगर मुताल्लिक़ा महिकमों के ज़िम्मेदारों के ख़िलाफ़ हाइकोर्ट में तौहीन अदालत का मुक़द्दमा क़ायम किया है|

आज‌ हाइकोर्ट में समाअत होगी। तौहीन अदालत की इस कार्रवाई से बचने के लिए रियासती हुकूमत ने 24 जनवरी को एक दर्ख़ास्त गुज़ार करके इस मुआमले में दो महीने की मोहलत मांगी, जिस पर फ़ारूक़ ऐडवोकेट ने सख़्त एतराज़ दाख़िल करते हुए अदालत से इस्तिदा की कि वो रियासती हुकूमत के उन अहलकारों के ख़िलाफ़ दोहरी हल्फ़ी के लिए सख़्त कार्रवाई करके उन पर बड़ा हर्जाना आइद करे।