यौन संबंधों पर महिलाओं को लेकर चौकाने वाला खुलासा, पढ़कर चौंक जायेंगे आप!

शाहज्यादातर पुरुष यह मानकर चलते हैं कि उन्हें सेक्स के बारे में कुछ ज्यादा ही ज्ञान है। कुछ पुरुषों के दावे तो यहां तक हैं कि वे सेक्स के मामले में वात्साययन से भी ज्यादा ज्ञानी हैं। सेक्स का आनंद कैसे उठा सकते हैं इसके बारे में लगभग हर एक पुरुष के मन में एक जैसे ही ख्याल होते हैं।

जबकि हकीकत यह है कि हर एक पुरुष महिलाओं की सेक्शूऐलिटी के बारे में भ्रामक ख्याल बांधे बैठा है, और यही भ्रामकता आखिर उनकी ग़लतियो में परिवर्तित होती है।

ज्यादातर पुरुष ये मानते है कि उन्हें मालूम है कि भगशिश्न (क्लिटोरिस) कहां है। इसका मतलब यह नहीं की आप महिला की शरीर रचना से वाकिफ हैं। मुझसे मिलने वाले ज्यादातर पुरुषों ने बताया कि जब तक उनकी पत्नी का भगशिश्न उत्तेजित नहीं होता तब तक उसे सेक्शुअल सुख की पराकाष्ठा का अनुभव नहीं होता।

मेरी मानो तो यह कोई समस्या नहीं है। यह हमेशा जरूरी नहीं कि व्यक्ति केवल जननांग उत्तेजित होने से ही पराकाष्ठा का अनुभव करे. यौन सुख की चरमसीमा पर पहुंचना आवश्यक है।

ये जरूरी नहीं कि इसके लिए आप कौन-सा मार्ग अखतियार करते हैं ? ज्यादातर महिलाओं के साथ ऐसा संभव नहीं है। ज्यादातर पुरुषों को यह मालूम ही नहीं है कि भगशिश्न को कैसे स्पर्श करें और उसकी संवेदनशीलता क्या है ! संभव है कि किसी एक महिला को भगशिश्न का स्पर्श करने से स्वर्गीय सुख की प्राप्ति हो, किसी दूसरी महिला को भगशिश्न का स्पर्श जरा भी आनंद न दे।

कुछ मामलों में तो उल्टे दर्द का अनुभव होता है. कई महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें परोक्ष उत्तेजना पसंद है। महिला को कैसा स्पर्श पसंद है, वह आप उनकी मरजी को जानकर ही तय करें। स्त्री और पुरुष, दोनों सेक्स की भावना एकसमान होती है।

स्त्री और पुरुष दोनों को सेक्स से प्राप्त होने वाले आनंद की अनुभूति अलग-अलग होती है। स्त्री के साथ समागम के दौरान जब पुरुष का शिश्न योनि में प्रवेश करता है तब स्त्री जो संवेदना अनुभव करती है, उसके बारे में ज्यादातर पुरुष अंजान होते हैं।

पुरुषों को इस बात का पता ही नहीं लगता कि इस दौरान स्त्री कैसा अनुभव कर रही होती है। ज्यादातर महिलाओं का योनि के भीतर की तुलना में आसपास का बाह्य भाग ज्यादा संवेदनशील होता है। हो सकता है योनि में गहरा प्रवेश महिला को ज्यादा आनंद न भी दे।

यह भी देखा गया है कि शिश्न ज्यादा लम्बा होने के कारण कुछ मामलों के महिला के पेट में प्रहार होता है और इसलिए उसे दर्द का अनुभव होता है।

किसी और महिला के साथ अतीत में हुए अनुभओं के आधार पर पुरुष ऐसा मानकर चलते हैं कि सेक्स के दौरान महिला को किस बात से आनंद मिलेगा और उसे क्या चाहिए? पुरुषों की यही सबसे बड़ी भूल है। हर स्त्री एक समान नहीं होती।

आप अपने अनुभव के आधार पर कुछ अंदाज़ा लगा रहे हैं, यह ठीक है लेकिन आपका अंदाज़ा हर बार सही हो यह जरूरी नहीं है। ये मानकर न चलें कि जो मापदंड पहली स्त्री में कारगर साबित हुए वह अन्य स्त्रियों में भी सही साबित होंगे।