रंगारेड्डी ज़िला अदालत में वुकला के एहतेजाज से कशीदगी

रंगारेड्डी ज़िला अदालत में उस वक़्त कशीदगी पैदा होगई जब तेलंगाना से ताल्लुक़ रखने वाले वुकला ने यहां ज़बरदस्त एहतेजाजी मुज़ाहरा क्या। उन वुकला का मुतालिबा था कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में जोंएरि सिविल जजस के तक़र्रुत को रोका जाये। वुकला ने मुतालिबा किया कि हैदराबाद हाइकोर्ट को फ़ौरी तौर पर तक़सीम किया जाये और दोनों रियासतों के लिए अलाहिदा हाइकोर्ट क़ायम किए जाएं।

आंध्र प्रदेश रियासत तक़सीम होचुकी है और अब तेलंगाना रियासत क़ायम होचुकी है। वुकला अदालत के बाब उलदखिला के रूबरू एहतेजाज पर बैठ गए और उन्होंने अदालतों के बाईकॉट का एलान किया। उन्होंने जजस और स्टाफ़ को अहाते में दाख़िल होने से रोक दिया था।

डिप्टी कमिशनर पुलिस तफ़सीर इक़बाल ने ये बात बताई। जब एहतेजाजियों ने किसी तजवीज़ को क़बूल करने से इनकार कर दिया तो पुलिस ने कुछ 50 वुकला को एहतियाती तहवील में ले लिया ताहम कुछ वुकला एक कमरा अदालत में दाख़िल होगए और एक वकील पर हमला कर दिया जो अदालत में बेहस में मसरूफ़ था। डी सी पी ने बताया कि इन एहतेजाजी वुकला ने कमरा अदालत में तोड़ फोड़ की । पुलिस ने मुज़ाहरा और इस हमले के सिलसिले में अलाहिदा मुक़द्दमात दर्ज करलिए हैं। ज़राए इबलाग़ की दुसरी इत्तेलाआत में कहा गया हैके एहतेजाजियों ने अपने मुज़ाहरा के दौरान अंडे भी फेंके। सदर बार एसोसीएशन् आफ़ रंगारेड्डी डिस्ट्रिक्ट कोर्टस के राज रेड्डी ने ताहम कहा कि किसी भी वकील पर हमला नहीं किया गया और एसोसीएशन ने पहले ही अदालतों के बाईकॉट का एलान कर दिया था।

सुप्रीम कोर्ट ने ताहम इस अमल को रोकने से इनकार कर दिया है और अब इन तक़र्रुत के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट 8 मार्च को होने वाला है। उन्होंने इद्दिआ किया कि हाइकोर्ट में अदलिया और ग़ैर अदलिया ओहदों में तेलंगाना की नुमाइंदगी सिर्फ़ 15 फ़ीसद है ।