रक़म बराए वोट स्कैम चंद्रबाबू से एसीबी की पूछताछ का इमकान

हैदराबाद 30 अगस्त: दो तेलुगू रियासतों में पिछ्ले साल सियासी ज़लज़ला पैदा करने वाले सनसनीखेज़ रक़म बराए वोट स्कैम ने उस वक़्त एक नया मोड़ इख़तियार कर लिया जब इंसिदाद रिश्वत सतानी (एसीबी) को एक अदालत ने मुताल्लिक़ा हुक्काम को अंदरून एक माह इस स्कीम की तहक़ीक़ात मुकम्मिल करते हुए सितंबर 29 तक अपनी रिपोर्ट पेश करने की हिदायत की है। वाईएसआर कांग्रेस के एक रुकने असेंबली इला रामा कृष्णा रेड्डी ने एसीबी अदालत में एक दरख़ास्त दायर की थी।

उन्होंने चंद्रबाबू की टीआरएस के ऐंगलो इंडियन नामज़द रुकने असेंबली से मुबय्यना तौर पर टेलीफ़ोन पर हुई बातचीत और आवाज़ का एक ख़ानगी फॉरेंसिक लयाब में मुआइना करवाया था और अदालत से कहा था कि मुताल्लिक़ा हुक्काम नायडू की आवाज़ का फॉरेंसिक मुआइना करवाने में नाकाम रहे हैं और तहक़ीक़ात में हनूज़ कोई पेशरफ़त नहीं की गई है।

रामा कृष्णा रेड्डी की दरख़ास्त की समाअत के बाद एसीबी अदालत ने ये हुक्म दिया। इस दौरान कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस के चंद क़ाइदीन ने रक़म बराए वोट स्कैम पर दोनों रियासतों के चीफ़ मिनिस़्टरों चन्द्रशेखर राव‌ और चंद्रबाबू नायडू के बीच साज़-बाज़ का इल्ज़ाम आइद किया।