रमज़ान में मुस्लिम मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कांग्रेस ने बनाया यह प्लान!

चुनाव के दौरान गर्मी का प्रकोप बढ़ता देख भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के भी पसीने छूटने शुरू हो गए हैं। उनके सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि यदि अपने इलाके में बड़ी सभा का आयोजन करते हैं तो उसमें आम जनता जुट पाएगी या नहीं।

इसी वजह से कांग्रेस ऐसी स्ट्रैटजी तैयार की है कि बड़ी रैलियों के अलावा उम्मीदवारों द्वारा इलाकों में दौरा कर जनसम्पर्क पर जोर दिया जाए। इसके लिए विशेष रूप से सभी मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में रमजान का महीना शुरू होने से पहले ही सम्पर्क साधने का काम पूरा कर लिया जाए।

इसके तहत उत्तर-पूर्वी, पूर्वी दिल्ली और दक्षिण दिल्ली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में उम्मीदवारों और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा मुस्लिम मतदाताओं से मिला-जुला जाए और उन्हें शीला दीक्षित सरकार सरकार द्वारा दिल्ली में 15 साल के दौरान किए गए विकास के कार्यों के बारे में पूरी तरह से बताया जाए।

इसी बात को ध्यान में रखते हुए आगामी 1 मई को बाबरपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष कैलाश जैन द्वारा एक जनसभा का आयोजन किया जाएगा। उस जनसभा को शीला दीक्षित और उनके बेटे व पूर्व सांसद संदीप दीक्षित सम्बोधित करेंगे।

ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि अधिक से उस जनसभा में शामिल हो सकें। जिला महासचिव राजेश कपूर ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली से शीला दीक्षित के चुनाव मैदान में उतरने से काफी असर पड़ा है। मुस्लिम मतदाता भी कांग्रेस के समर्थन मेें चुनाव प्रचार में जुट गए हैं।

कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि दिल्ली के कई इलाकों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का काफी महत्व हैं। एक मोटे अनुसार के अनुसार उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 26 प्रतिशत से अधिक है।

इसी तरह से पूर्वी दिल्ली में भी 20 प्रतिशत के करीब है। चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में भी करीब 18 प्रतिशत हैं। जिस तरह से एकाएक गर्मी पडऩी शुरू हुई है, उससे आम जनता का घरों से बाहर निकालना मुश्किल होगा। 5 मई से रमजान शुरू होने से मुस्लिम मतदाताओं को दिन से समय जनसम्पर्क में शामिल करना काफी कठित हो जाएगा।

साभार- नवोदय टाइम्स