रवि शास्त्री और विराट कोहली पहले से जानते थे, मोहम्मद शमी को रखा जायेगा कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर

BCCI की ताजा कांट्रैक्‍ट लिस्‍ट को लेकर नया खुलासा हुआ है। टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्‍त्री और विराट कोहली को पहले से पता था कि नई सूची में पारिवारिक विवादों में घिरे मोहम्‍म्‍द शमी का नाम शामिल नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्‍त कमेटी ऑफ एडमिनिस्‍ट्रेटर्स (सीओए) ने बीसीसीआई की ओर से बुधवार (7 मार्च) को सालाना कांट्रैक्‍ट लिस्‍ट जारी किया था।

क्रिकेट बोर्ड के नए दिशा-निर्देशों के तहत ही सभी क्रिकेट खिलाड़ि‍यों का पे स्‍ट्रक्‍चर निर्धारित किया गया है। ‘टाइम्‍स नाउ’ की रिपोर्ट के अनुसार, कांट्रैक्‍ट लिस्‍ट जारी करने से पहले ही विराट और रवि शास्‍त्री को मोहम्‍मद शमी की स्थिति के बारे में बता दिया गया था।

शमी की पत्‍नी हसीन जहां ने उन पर हत्‍या का प्रयास जैसा गंभीर आरोप लगाया है। बताया जाता है कि सीओए ने बीसीसीआई को शमी का नाम होल्‍ड पर रखने को कहा था। इसके बाद उनके नाम को लिस्‍ट में शामिल न करने का फैसला लिया गया। बता दें कि बीसीसीआई द्वारा लिस्‍ट जारी करने से पहले ही शमी की पत्‍नी ने उन पर गंभीर आरोप लगाए थे।

पशोपेश में पड़ गया था बीसीसीआई: ‘डीएनए’ की रिपोर्ट के अनुसार, शमी का मामला सार्वजनिक होने के बाद क्रिकेट बोर्ड पशोपेश में पड़ गया था कि निजी वजहों के चलते उनका नाम कांट्रैक्‍ट लिस्‍ट में रखा जाए या नहीं।

बोर्ड के एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया, ‘इस मामले में (शमी-हसीन जहां विवाद) नैतिकता का मसला जुड़ने के कारण बीसीसीआई द्विविधा में पड़ गया था। कोई भी कह सकता है क‍ि यह पूरी तरह एक निजी मामला है, जिसका प्रोफेशनल लाइफ से कुछ लेनादेना नहीं है।

दूसरी तरफ, कुछ लोग बीसीसीआई पर यह आरोप भी लगा सकता है कि गंभीर आरोपों (जैसे हत्‍या का प्रयास) के बावजूद ऐसे खिलाड़ी को रिवॉर्ड दिया गया।’ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रविवार (4 मार्च) तक मोहम्‍मद शमी का नाम बीसीसीआई की कांट्रैक्‍ट लिस्‍ट में था।

लेकिन, घटना के सामने आने के बाद सीओए ने बोर्ड को और ब्‍योरा सामने आने तक शमी के नाम को होल्‍ड पर रखने का निर्देश दिया था। बताया जाता है कि बीसीसीआई के फैसले से इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी दिल्‍ली डेयरडेविल्‍स के लिए भी संकट बढ़ गया है।

शमी आईपीएल के 11वें सत्र में दिल्‍ली की टीम का हिस्‍सा हैं। T20 लीग अगले महीने से शुरू हो रहा है। शमी पर लगे आरोपों की छानबीन के इतने कम समय में पूरा होने की संभावना नहीं है।

साभार- जनसत्ता