रहीम और हुसैन की निस्फ़ सैंचरीयाँ, बंगला देश 220 पर ऑल आउट

मीरपुर 16 अक्टूबर (एजैंसीज़) वैस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ दूसरे वनडे में बंगला देश ने यहां टॉस जीत कर पहले बैटिंग का फ़ैसला किया और टीम के नए कप्तान मुशफ़िक़ अलरहीम का ये फ़ैसला मुक़ाबला के आग़ाज़ पर इंतिहाई ग़लत दिखाई दे रहा था क्योंकि 5 ओवर्स के खेल में है बंगला देश को 18 के मजमूई स्कोर पर अपने 4 खिलाड़ियों का नुक़्सान बर्दाश्त करना पड़ा लेकिन मुशफ़िक़ अलरहीम ने फिर एक मर्तबा क़ाइदाना इन्निंग खेलते हुए ना सिर्फ निस्फ़ सैंचरी स्कोर की बल्कि टीम को 220 रंज़ के काबिल लिहाज़ स्कोर तक पहुंचाया। मुशफ़िक़ अलरहीम ने 109 गेंदों में 2 चौकों और एक छक्के की मदद से 69 रंज़ बनाए जबकि लोअर आर्डर में नासिर हुसैन ने मुतास्सिरकूण इन्निंग खेलते हुए 54 गेंदों में 3 चौकों और एक छक्के की मदद से 50 रंज़ बनाई। इलावा अज़ीं ऑल राउंडर अबदूर्रज़्ज़ाक़ ने रन आउट होने से क़बल 19 गेंदों का सामना करते हुए 3 चौकों और एक छक्के की मदद से तेज़ रफ़्तार 25 रंज़ बनाई। दीगर बीटसमनों में नईम उल-इस्लाम ने 42 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 30 रंज़ स्कोर कई। इलावा अज़ीं शफ़ी उल-इस्लाम 6 गेंदों में 4 रंज़ बनाते हुए नाट आउट रहे जबकि सारी मेज़बान टीम 48.5 ओवर्स में ही ऑल आउट होगई। मुशफ़िक़ अलरहीम ने सब से पहले साबिक़ कप्तान शकीब उल-हसन के हमराह चौथी विकेट के लिए 17 , पाँचवें विकेट के लिए अलोक कपाली के हमराह 40, नईम उल-इस्लाम के हमराह छुट्टी विकेट के लिए 57 और नासिर हुसैन के हमराह सातवें विकेट के लिए 35 रंज़ की पार्टनरशिप निभाते हुए टीम के स्कोर को 200 से आगे ले जाने में क़ाइदाना ज़िम्मेदारी का मुज़ाहरा किया। वैस्ट इंडीज़ के लिए कुय्मर रोच कामयाब बोलर साबित हुए जिन्हों ने 10 ओवर्स में 49 रंज़ के इव्ज़ 3 खिलाड़ियों को आउट किया जबकि रवी राम पाल ने 10 ओवर्स में 27 रंज़ और कप्तान डैरिन सिमी ने 8.5 ओवर्स में 42 ओवर्स के इव्ज़ 2 बंगला देशी खिलाड़ियों को पवेलीयन की राह दिखाई। बंगला देशी टीम को पहले ही ओवर की चौथी गेंद पर ओपनर अमरालक़ीस की विकेट का नुक़्सान बर्दाश्त करना पड़ा जिन्हों ने 3 गेंदों का सामना करने के बावजूद कोई रन नहीं बनाया। दूसरे ओवर में तमीम इक़बाल भी दो गेंदों का सामना करने के बाद एक रन बनाकर रोच के शिकार बने जिस के बाद इसी ओवर की चौथी गेंद पर फ़ासट बोलर ने मुहम्मद अशरफुल (0) की आउट करते हुए बंगला देश को तीसरा झटका उस वक़्त दिया जब टीम का मजमूई स्कोर सिर्फ एक रन था।