राजस्थान: बीजेपी की कद्दावार नेता और पूर्व मंत्री उषा पुनिया ने पार्टी से दिया इस्तीफा!

विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी को एक और बड़ा झटका लगा है। बुधवार को बीजेपी की कद्दावार नेता और पूर्व मंत्री उषा पुनिया ने पार्टी पर जाट समुदाय और उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए चुनाव से पहले पार्टी से किनारा कर लिया।

इससे पहले घनश्याम तिवाड़ी, जसवंत सिंह के बेटे मानवेन्द्र सिंह और हनुमान बेनीवाल ने भी पार्टी के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर पार्टी छोड़ चुके हैं।

पूर्व मंत्री उषा पुनिया ने मीडियाकर्मियों को बताया कि, ‘पिछले 4 साल के दौरान बीजेपी लगातार उनकी अनदेखी कर रही थी। जिसकी वजह से उन्होंने बीजेपी छोड़ने का निर्णय लिया। बीजेपी से नाराज चल रही पुनिया का कहना है कि, ‘वो कांग्रेस में भी नहीं जा रही हैं। लेकिन इस विधानसभा चुनाव के दौरान वो बीजेपी को किसी भी कीमत पर हराएंगी।

आपको बता दें कि उषा पुनिया पिछली वसुंधरा सरकार के कार्यकाल के दौरान राजस्थान सरकार में पर्यटन मंत्री भी थीं। 2003 में उषा पुनिया ने जाट बाहुल्य नागौर जिले के मुंडवा विधानसभा सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीता था।

लेकिन 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान पुनिया को बीजेपी ने मुंडवा विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का टिकट देने से मना कर दिया था. जिसके बाद से उषा पुनिया लम्बे समय से बीजेपी संगठन और नेताओं से भी नाराज चल रही थीं।

वैसे राजस्थान की राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखने वाले पत्रकार विनय प्रकाश बताते हैं कि, ‘बीजेपी उनके क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी को जाटों के नेता के रूप में प्रोजेक्ट कर रही है। जिसकी वजह से पुनिया बीजेपी से नाराज चल रही थीं।

वैसे इस साल के शुरुआत से राजस्थान बीजेपी के कई दिग्गज नेताओं ने पार्टी से किनारा कर लिया है। जून में पार्टी के दिग्गज नेता और ब्राह्मण समुदाय के बीच पैठ रखने वाले घनश्याम तिवाड़ी अपनी भारत विकास पार्टी बना चुके हैं।

वहीं जसवंत सिंह के बेटे मानवेन्द्र भी बीजेपी से अपना नाता तोड़ लिया है। इसके अलावा भरतपुर में बीजेपी के एक और प्रभावी जाट नेता डॉ मोहन सिंह चौधरी ने भी इस्तीफा दे दिया है।