रामजस विवाद: एबीवीपी की तिरंगा यात्रा पर कांग्रेस ने कहा-एबीवीपी के डीएनए में हिंसा

नई दिल्ली: एक ओर जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र विश्वविद्यालय में तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एबीवीपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली कारगिल शहीद कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी गुरमेहर कौर ने दिल्ली महिला आयोग में एबीवीपी से जुड़े छात्रों की शिकायत की है. गुरमेहर कौर ने छात्रों पर धमकी देने और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है. विश्वविद्यालय में किसी भी टकराव से बचने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है.

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प्रदेश 18 के अनुसार, एबीवीपी से जुड़े छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं. यात्रा के दौरान नारे लगाए जा रहे हैं कि देश में रहना है, तो वंदे मातरम् कहना है. अपने इस तिरंगा यात्रा पर एबीवीपी का कहना है कि आप इसे राजनीति न कहें, बल्कि देशभक्ति कहें. हम दिखाना चाहते हैं कि तिरंगे के नीचे सारे लोग हैं. जबकि एनएसयूआई अध्यक्ष अमृता धवन का कहना है कि एबीवीपी की तिरंगा यात्रा नकली है. इन लोगों ने 52 साल तक अपने कार्यालय में तिरंगा नहीं लगाया, यह जानबूझकर विश्वविद्यालय का माहौल खराब कर रहे हैं. अमृता धवन ने साथ ही साथ सेलेब्रिटीज से भी इस मामले से दूर रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि सहवाग हों या हुड्डा, उन्हें इस तरह के गंभीर मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.
उधर रामजस कॉलेज के प्रिंसिपल राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि मुझे छात्रों के तिरंगा यात्रा की कोई जानकारी नहीं है. छात्रों से अपील करता हूं कि बैठें और बात करें. मैं कहना चाहता हूं कि इस तरह से यह मामला प्रत्येक पक्ष को प्रभावित करेगा.
उधर रामजस कॉलेज में हिंसा के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान चलाने वाली गुरमेहर कौर कौर ने फिर कहा है कि वह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करती हैं. उन्होंने कहा कि मैं अपने देश से प्यार करती हूँ और अपने सहपाठियों से भी. उनके अभिव्यक्ति के अधिकार का समर्थन करती हूं. हिंसा और झड़पों को लेकर एक बार फिर एबीवीपी को आड़े हाथों लेते हुए कौर ने कहा कि एबीवीपी या कोई छात्र संगठन हो, किसी को अधिकार नहीं है कि वह कानून अपने हाथ में ले. उम्र खालिद पर पत्थर नहीं फेंके गए थे, क्योंकि वह तो वहां था ही नहीं, पत्थर इन छात्रों पर फेंके गए जो वहां मौजूद थे.
कांग्रेस ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हिंसा के लिए प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि एबीवीपी को आरएसएस का समर्थन प्राप्त है और हिंसा संघ परिवार के खून में है. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि विद्यार्थी परिषद हर जगह लोगों और छात्रों को डराने धमकाने की कोशिश कर रही है. देश के सभी विश्वविद्यालयों में एक जैसी हिंसा हो रही है. उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद को संघ का समर्थन प्राप्त है और हिंसा उनके डीएनए में है. नॉर्थ कैंपस में हुई हिंसा की निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए.