रामनवमी पर बिना परमिशन और हथियारों के साथ जुलूस निकालने की इजाजत नहीं- CM ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल में रामनवमी को लेकर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि 25 तारीख को राम नवमी है, जो लोग जुलूस निकालना चाहते हैं, वे जरूर निकालें। लेकिन परमिशन लेकर और बिना हथियारों के साथ निकालें।

ममता की इस अपील पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि मैं गदा लेकर निकलूंगा कोई रोक सके तो रोक ले।

वहीं बिहार के बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि धन्य हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और धन्य है बीजेपी, जिसने ममता बनर्जी से ब्राह्मण सम्मेलन करा दिया और रामनवमी पर वे रामरथ यात्रा निकाल रही हैं।

बीजेपी नेता ने कहा कि कोलकाता की जनता भूली नहीं है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ने दुर्गापूजा पर कैसे लाठीचार्ज करवाया था और सरस्वती पूजा पर रोक लगवा दी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश बांटने का, हिंदुओं को खत्म करने का काम किया है।

उन्होंने कहा, ‘मैं एक बात कहना चाहता हूं कि ममता बनर्जी कह रही हैं कि रामभक्त यात्रा में डंडे लाठी नहीं लेकर आये, लेकिन एक विशेष सम्प्रदाय के लोग तजिया पर हथियार लेकर निकलेंगे, ये नहीं चलेगा।

ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी भी पिछले दो सालों से रामनवमी का त्योहार पूरे जोशोखरोश के साथ मना रही है. ममता खुद अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से रामनवमी के उत्सवों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की अपील कर चुकी हैं।

पश्चिमी बर्दवान जिले के पानागढ़ के रेलपार इलाके में उस वक्त तनाव फैल गया, जब रामनवमी के मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देने वाला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पोस्टर अज्ञात लोगों ने फाड़ दिया। घटना की जानकारी मिलते ही तृणमूल कांग्रेस के समर्थक बड़ी संख्या में सड़कों पर आ गए।

रामनवमी के मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देने के इस पोस्टर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पोट्रेट लगा था। कुछ आसामाजिक तत्वों ने इस पोट्रेट में से ममता बनर्जी का गला काट दिया। घटना के बारे में कांकसा पुलिस को जानकारी दी गई है।

मामले में तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कांकसा पुलिस से लिखित में शिकायत दर्ज कराई है। टीएमसी कार्यकर्ताओं की मांग है कि मामले में आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।