राष्ट्रीय एकता के नाम पर ढकोसला करने वाली बीजेपी के सांसद ने की अपने ही पार्टी के सदस्य की पिटाई

कल सुबह जब प्रधानमंत्री एकता की मूर्ति का उदघाटन कर रहे थे, उसी समय दिल्ली के भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी समाज की एकता तोड़ने वाला काम कर रहे थे|

बीजेपी की स्थानीय यूनिट द्वारा संगम विहार में एकता दौड़ का आयोजन किया गया था| सांसद महोदय व उनके गुंडों ने एकता दौड़ में ही अपने ही पार्टी के सदस्य चंदन चौधरी पर लात जूता बरसा दिया और यह  कहते हुए मारा की तुझे पूर्वाचली नेता बनाता हूँ |

इस घटना के विरोध में संगम विहार सहित  दक्षिण दिल्ली के बड़ी संख्या में  पूर्वांचल समुदाय के लोगों ने खानपुर रेड लाइट पर विरोध प्रदर्शन किया |

इस प्रदर्शन में स्वराज परिवार से  पूर्व पार्षद कल्पना झा, राज्य सचिव रोहणी , जिला अध्यक्ष पंकज चौधरी , विधान सभा अध्यक्ष राजू झा, पंकज क्रांति सहित कई अन्य पार्टीयों व सामाजिक संघटन के पूर्वांचल समुदाय के सदस्यों ने भागीदारी की | सभी ने इस घटना की निन्दा की और  समाज तोड़ने वाले बीजेपी के बेलगाम सांसद रमेश बिधूड़ी को पूर्वांचल व प्रवासी समाज  का विरोधी बताया |

ज्ञात हो कि हाल में ही गुजरात में प्रवासियों पर हमले के विरोध मे स्वराज परिवार द्वारा संगम विहार में आयोजित कैंडल मार्च मे  चन्दन चौधरी शामिल हुए थे और पूर्वांचल एकता की बात कि थी।

स्वराज पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष नीरज कुमार ने घटना की नींद करते हुए की दक्षिण दिल्ली में ऐसी कई घटनाएं हुई है जिसमें पूर्वांचल समुदाय के लोगो को अपमानित किया गया है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा पूर्वांचल के लोग एक जुट हो कर अपन अधिकार हासिल करगें ।

स्वराज इंडिया पार्टी के दिल्ली के महासचिव नवनीत तिवारी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि देश की राजधानी में क्षेत्र के नाम पर हिंसा बर्दास्त नहीं किया जायेगा व विशेष समुदाय से सम्बन्धित होने के कारण अगर किसी भी नागरिक के  साथ गलत व्यवहार किसी भी कीमत पर नही होने दिया जाएगा|

उन्होंने ने कहा भाजपा चुनावी फायदे के लिए अक्सर आपराधिक चरित्र के लोगो को पार्टी में शामिल करती है जिसका  दुषप्रभाव आप खुद भाजपा के ही पूर्वांचल से सम्बद्ध रखे वाले कार्यकर्ता झेल रहे हैं।

देश की राजधानी होने के कारण दिल्ली में  देश के हर क्षेत्र से हर समुदाय से के लोग रोजी रोटी कमाने के लिए आ कर बसते हैं जो कि सभी भारतवासियों का अधिकार है | समाज में भेदभाव पैदा करने वाले ऐसे सांसद का व्यवहार स्वीकार्य नहीं हो सकता । जरूरत इस बात की है कि सभी समाज के ऐसी घटना का विरोध करें ताकि समाज में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके|