राष्ट्रीय सुरक्षा के बल पर मोदी को मिला प्रचंड जनादेश: पाकिस्तानी मीडिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करके पांच साल का लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल करने पर पाकिस्तान की मीडिया ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है. मीडिया के एक वर्ग ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर मिला प्रचंड जनादेश करार दिया है जबकि अन्य वर्ग ने इसे दक्षिणपंथियों की जीत के वैश्विक चलन का परिणाम बताया है.

‘डॉन’ ने अपने मुख्यपृष्ठ में लिखा कि मोदी ने आम चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर प्रचंड बहुमत प्राप्त किया. समाचार पत्र ने कहा कि सीमा पार बालाकोट में हवाई हमले के रणनीतिकार के रूप में स्वयं को पेश करके मोदी ने विपक्ष को बुरी तरह पछाड़ दिया. ‘डॉन’ ने मोदी की सफलता पर तीखा संपादकीय लिखा और इसे साम्प्रदायिक राजनीति की जीत करार दिया. अखबार ने यह भी लिखा कि भारत ने राष्ट्रवादी भावनाएं भड़काने के लिए पाकिस्तान के अंदर हवाई हमले कराए और वह तनाव भड़काने के लिए काफी आगे चला गया.

 

मोदी की जीत को नाटकीय बताया
उन्होंने कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के संदर्भ में बिल्कुल स्पष्ट संदेश है: भारत में साम्प्रदायिक राजनीति एक ऐसे कालखंड में पहुंच गयी है जो गणराज्य का भविष्य तय करेगी. ‘न्यूज इंटरनेशनल’ ने मोदी की जीत को नाटकीय करार देते हुए कहा कि यह वैश्विक चलन को दर्शाता है. उसने कहा कि मोदी का पुन: चुना जाना दक्षिणपंथियों की अमेरिका से ब्राजील और इटली तक जीत के वैश्विक चलन को दर्शाता है.

इमरान खान ने मोदी को दी जीत की बधाई
‘द न्यूज इंटरनेशनल’ में एजाज जका सैयद ने लेख में कहा कि यदि भाजपा और मोदी ने यह चुनाव जीता है, तो वे इस जीत के संभवत: हकदार थे. उन्होंने कड़ी मेहनत की और उनमें जीतने की भूख थी. उन्होंने साथ ही कहा कि मोदी ने कई गलतियां की होंगी लेकिन विपक्ष उन्हें दिखाने में असफल रहा. द नेशन समाचार पत्र ने अपनी मुख्य खबर में इसका विशेष रूप से उल्लेख किया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मोदी को उनकी जीत की बधाई दी.

 

मोदी की जीत पाकिस्तान के लिए न तो बुरी खबर है और न अच्छी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार (सूचना) फिरदौस आशिक अवान ने बृहस्पतिवार को जियो न्यूज के हामिद मीर से एक टीवी कार्यक्रम के दौरान कहा कि मोदी की जीत पाकिस्तान के लिए न तो बुरी खबर है और न ही यह अच्छी खबर है. हम भारत के साथ बातचीत करके सभी मतभेद सुलझाना चाहते हैं. हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि देश का नेतृत्व कौन कर रहा है.

वार्ता अनिवार्य
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने भारत के चुनाव के बारे में पूछे जाने पर कहा कि पाकिस्तान ने लगातार कहा है कि जम्मू कश्मीर समेत सभी लंबित मुद्दों के समाधान का एकमात्र तरीका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का क्रियान्वयन है. उन्होंने कहा कि अतएव वार्ता अनिवार्य है. भारत में कोई भी नयी सरकार बनाये, हम उसके प्रति कटिबद्ध हैं.