राहुल गांधी पर कविता के रिमार्क नाक़ाबिले माफ़ी

हैदराबाद 27 जनवरी: पिता, बेटा और बेटी सत्ता के नशे में अख़लाक़ी हदों को पार कर रहे हैं। उन्हें न ही अवामी जज़बात-ओ-एहसासात का ख़्याल है और न ही किसी राजनीतिक नेता के मूल्यों का पास-ओ-लिहाज़ है।

वो तीनों हमेशा घमंड में चूर जो चाहे बकते रहते हैं। उन्हें इस बात का ख़्याल नहीं रहता कि उनकी ग़ैर ज़रूरी बयान बाज़ीयों से किसी के दिल को ठेस पहुँच सकती है। इन ख़्यालात का इज़हार उज़्मा शाकिर जनरल सेक्रेटरी कांग्रेस पार्टी ने एक पत्रकारिता बयान में किया।

वे कविता के इस रिमार्क पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर कर रही थीं जिस में उन्होंने राहुल गांधी नाम को बिगाड़ कर रोदाली गांधी कहते हुए आलोचना की थी।

उज़्मा शाकिर ने एमपी कवीता के इस रिमार्क को नाक़ाबिले माफ़ी क़रार दिया उज़्मा शाकिर ने कहा कि 2019 में यक़ीनन राज्य की जनता ज़रूर उन्हें सज़ा देंगे और तेलंगाना की बागडोर पूरी संतुष्टि के साथ कांग्रेस के हवाले करेंगे। उन्होंने कहा तारीख़ गवाह है कि गांधी परिवार ने देश के लिए बड़ी से बड़ी क़ुर्बानियां दी हैं।