रियासती गवर्नर के ओहदों की बर्ख़ास्तगी की पुरज़ोर वकालत

हैदराबाद 20 जुलाई:कमीयूनिसट पार्टी आफ़ इंडिया (सीपीआई) ने रियासती गवर्नरों का ओहदा बर्ख़ास्त करने की पुरज़ोर वकालत करते हुए इस को एक एसा अज़कार रफ़ता और फ़र्सूदा तरीका-ए-कार क़रार दिया जिसमें इस ओहदे पर फ़ाइज़ लोग अपने ओहदे का बे-जा इस्तेमाल करते हैं और ख़ुद अपने ही हुदूद से तजावुज़ कर जाते हैं।

सीपीआई के जनरल सेक्रेटरी एस सुधाकर रेड्डी ने कहा कि गवर्नरों का ओहदा बर्ख़ास्त कर दिया जाना चाहीए। बसा-औक़ात ये (गवर्नरों का ओहदा) रिटायर्ड आफ़िसरान को दियाजाता है। अब हमा इक़साम के मसखरे लोग भी गवर्नर बनने लगे हैं। एसे लोग जिन्हें आरएस एस की तरफ से अजाइब-घरों (म्यूज़ीयम) में रखा जाना चाहीए था अब उन्हें राज भवनों में रखा जाने लगा है। सुधाकर रेड्डी ने पीटीआई से कहा कि अब वक़्त आगया है कि इस के बारे में ग़ौर किया जाये। इस निज़ाम को ही अब ख़त्म कर दिया जाना चाहीए।आए दिन उस का बहुत ज़्यादा बे-जा इस्तेमाल होने लगा है। बिहार के चीफ़ मिनिस्टर नतीश कुमार ने भी पिछ्ले हफ़्ते गवर्नर का ओहदा बर्ख़ास्त करने की हिमायत की थी।