रिज़्क़ की तकसीम

खातून-ए-जन्नत हजरत सैयदा फातिमा ज़हरा रज़ी अल्लाहु तआला अन्हा से रिवायत है, रसूल-ए-पाक सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह तआला सुबह सादिक से लेकर तुलू-ए-आफताब तक अपने बन्दों को रिज़्क़ तकसीम करता है। (बेहकी)