लंदन की मस्जिद के नाबीना इमाम का बाद नमाज़-ए-फ़ज्र क़तल

लंदन। 3 सितंबर (एजैंसीज़) शुमाली लंदन में एक मस्जिद के अंदर लुबनानी नज़ाद नाबीना इमाम का क़तल करदिया गया। 39 साला शेख़ मैमून ज़रज़ोर जुमा को 7 सिस्टर्स रोड फ़नसबरे पार्क में मुस्लिम वीलफ़ीर हाओज़ में मुर्दा पाए गए। क़तल के मुक़ाम से एक शख़्स को गिरफ़्तार किया गया है। पोस्टमार्टम के बाद ही तफ़सीलात मालूम होंगी। मेट्रोपोलैटिन पुलिस ने कहा कि ये क़तल अक़ाइद की नफ़रत पर मबनी जुर्म मालूम नहीं होता। ओहदेदारों ने इमकान ज़ाहिर किया कि मुश्तबा शख़्स नमाज़-ए-फ़ज्र के वक़्त मस्जिद में मौजूद था। इमाम का क़तल फ़ज्र की नमाज़ के फ़ौरी बाद किया गया। शेख़ मैमून अपने हलक़ा में हरदिलअज़ीज़ था और उन की किसी से ख़ुसूमत नहीं थी। बचपन में एक हादिसा के बाद वो बसारत से महरूम होगए थे।
इराक़ जंग ने बर्तानवी मुस्लमानों को जिहाद पर उकसाया, अलाएज़ अमीनघम ब्लर
लंदन 3 सितंबर (एजैंसीज़) बर्तानवी खु़फ़ीया एजैंसी ऐम आई 5 की साबिक़ सरबराह बैरूनस डैम अलाएज़ामीनघम ब्लर ने कहा है कि इराक़ जंग में बर्तानिया के मुलव्वस होने की वजह से बर्तानवी मुस्लमानों का अलक़ायदा की जानिब झुकाओ बढ़ गया। सैंटर्ल लंदन में एक लकचर में उन्हों ने कहा कि इराक़ जंग ने बर्तानवी मुस्लमानों को जिहाद के लिए एक मैदान-ए-जंग फ़राहम करदिया जिस की वजह से मुस्लमानों की बड़ी तादाद सद्दाम हुसैन का तख़्ता उल्टने की कोशिश के ख़िलाफ़ और सद्दाम की मदद के लिए इराक़ पहुंच गई। उन्हों ने कहा कि इराक़ जंग ने उसामा बिन लादन के इस दावे को तक़वियत दी है कि मग़रिब की जानिब से इस्लाम को ख़तरा है और इस्लाम पर हमला किया जा रहा है। बैरूनस ब्लर इस से क़बल ये इन्किशाफ़ करचुकी हैं कि बर्तानवी हुकूमत के इराक़ जंग में जाने के फ़ैसला पर उन को तहफ़्फुज़ात थे। उन्हों ने कहा कि इराक़ में जंग की वजह से नौजवान बर्तानवी मुस्लमानों ने दहश्तगर्दी का रास्ता अपनाया। इस लकचर के दौरान होम सैक्रेटरी थरीसामे और शैडो होम सैक्रेटरी ऐलन जॉनसन भीमोजोद थे। उन्हों ने कहा कि दहश्तगर्दी एक जुर्म है ये जंग का हिस्सा नहीं है। उन्हों ने 9/11 के बाद बनाई जाने वाली इस्तिलाह वार आनटीरर को ग़लत क़रार दिया और कहा कि दहश्तगर्दी ऐसा परतशद्दुद हथियार है जिस को इस्तिमाल करने की वजूहात सयासी होती हैं।