लश्कर-ए-तयेबा और हक़्क़ानी नटोरक के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई केलिए हीलारी क्लिन्टन का हिना रब्बानी खुर पर दबाव

वाशिंगटन।9 सितंबर ( पी टी आई) अमरीकी वज़ीर-ए-ख़ारजा हीलारी क्लिन्टन ने अपनी पाकिस्तानी हम मंसब हिना रब्बानी खुर से कहा है कि वो दहश्तगर्द ग्रुपों बिलख़सूस लश्कर-ए-तयेबा और हक़्क़ानी नटोरक के ख़िलाफ़ सख़्त तरीन कार्रवाई करें। इन तंज़ीमों पर गुज़श्ता हफ़्ता काबुल में अमरीकी सिफ़ारतख़ाना पर हुए मोहलिक हमलों का इल्ज़ाम आइद किया जा रहा है। हीलारी क्लिन्टन ने न्यूयार्क में आज मिसिज़ हिना रब्बानी के साथ तक़रीबन साढे़ तीन घंटे तक तूफ़ानी मुज़ाकरात में हिस्सा लिया। बातचीत के बारे में अमरीकी ओहदेदारों ने कहा है कि हक़्क़ानी नटोरक की सरगर्मीयों के ख़ातमे से शुरू हुई और पाकिस्तान में दहश्तगर्दी के ख़ातमा के लिए किए जाने वाले इक़दामात पर इख़तताम पज़ीर हुई। हीलारी क्लिन्टन ने हक़्क़ानी नटोरक के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए पाकिस्तान से वाज़िह तीक़न तलब किया। अमरीका समझता है कि 13 सितंबर को काबुल में इस के सिफ़ारतख़ाने पर हुए इंतिहाई मोहलिक हमले में हक़्क़ानी नटोरक मुलव्वस है। ताहम अमरीकी ओहदेदारों ने ये नहीं कहा कि आया मिसिज़ क्लिन्टन ने इस हमला में हक़्क़ानी नटोरक के किसी राबिता के बारे में खु़फ़ीया मालूमात का तबादला भी किया है। लेकिन ये बात साफ़ है कि बातचीत के दौरान मिसिज़ खुर को इस ज़िमन में ठोस सबूत फ़राहम किए गई। अमरीका और पाकिस्तान की वुज़राए ख़ारिजा के दरमयान ये अब तक की तवील तरीन बातचीत थी जिस में बावर किया जाता है कि पाकिस्तान ने वाज़िह तौर पर कह दिया है कि हक़्क़ानी नटोरक से ख़ुद उस को भी संगीन ख़तरा लाहक़ है।