लीबिया में मग़्विया चार हिंदुस्तानी टीचर्स के मिनजुमला दो की रिहाई

नई दिल्ली 01 अगस्त:लीबिया में दौलत इस्लामीया दाअश के हाथों मुबय्यना तौर पर अग़वा किए गए चार हिंदुस्तानी टीचर्स के मिनजुमला दो टीचर्स को रिहा कर दिया गया है।

इन चार हिंदुस्तानी टीचर्स को 29 जुलाई को तरीपोली से हिंदुस्तान वापिस होने के दौरान अग़वा करलिया गया था। वज़ीर-ए-ख़ारजा सुषमा स्वराज ने कहा कि वो इंतेहाई खुशी के साथ ये बताना चाहती हैके मग़्विया चार हिंदुस्तानियों के मिनजुमला दो लक्ष्मी कांत और विजय कुमार को रिहा कर दिया गया है जबकि और दो टीचर्स की रिहाई की कोशिशें जारी हैं।

वज़ारत उमूर ख़ारिजा के तर्जुमान विकास सवारूप ने बताया कि दो हिंदुस्तानियों को सूरे यूनीवर्सिटी बहिफ़ाज़त वापिस लाया गया है जबकि दो हिंदुस्तानी शहरीयों की रिहाई की कोशिश जारी है।

उन्होंने ताहम बताया कि इस बात का पता नहीं होस‌का हैके किस तरह दो टीचर्स की रिहाई अमल में आई है। क़ब्लअज़ीं सुबह वज़ीर उमूर ख़ारिजा सुषमा स्वराज ने वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के साथ मग़्विया हिंदुस्तानी शहरीयों की रिहाई के लिए इक़दामात पर तबादला-ए-ख़्याल किया था।

दो रोज़ पहले 29 जुलाई को क़रीबन 11 बजे शब बराए तेरोपल्ली तीवनस हिंदुस्तान वापिस आने वाले हिंदुस्तानी टीचर्स का सुरे से पच्चास कीलोमीटर दूर एक चैक प्वाईंट पर मुबय्यना तौर पर अग़वा करलिया गया था।

मग़्विया टीचर्स में दो का हैदराबाद एक का राइचोर और एक का बैंगलौर से ताल्लुक़ है। तीन हिंदुस्तानी टीचर्स सुरे यूनीवर्सिटी में और एक सुरे यूनीवर्सिटी जोफ़रा ब्रांच में बरसर ख़िदमत थे।

वाज़िह रहे कि हकूमत-ए-हिन्द ने लीबिया में दाअश के ज़ेर-ए-कंट्रोल इलाक़ों से हिंदुस्तानियों को मुंतक़िल होजाने का मश्वरह साल गुज़शता जुलाई में दिया था।

इस से पहले 39 हिंदुस्तानी शहरी इराक़ के दाअश ज़ेर-ए-कंट्रोल इलाके से लापता होचुके हैं। उनकी रिहाई के लिए ताहाल कुछ भी नताइज बरामद नहीं हो सकीं हैं।