लीबिया में फ़ौजी अड्डे पर इस्लाम पसंदों का क़ब्ज़ा

लीबिया के दारुल हुकूमत तराबलस के मर्कज़ी हवाई अड्डे पर क़ब्ज़े की ख़ातिर दो मिलिशिया गिरोहों के माबैन होने वाली लड़ाई में ख़ाम तेल के एक डिपो पर एक राकेट जा गिरा था, जिस के नतीजे में वहां आग लग गई। हादिसे का शिकार होने वाले इस डिपो में छः मिलियन लीटर तेल स्टोर था।

पीर के दिन इस आग ने फैलते हुए क़रीब वाक़े तेल की एक दूसरी तंसीब को भी अपनी लपेट में ले लिया था। तराबलस में अफ़रातफ़री और अदम इस्तिहकाम की वजह से फ़्रांस, पुर्तगाल, हॉलैंड, कैनेडा और बेल्जीयम की हुकूमतों ने भी वहां से अपने शहरीयों को वापिस बुला लिया है या वहां क़ायम अपने सिफ़ारतख़ाने बंद कर दिए हैं।

क़ब्लअज़ीं अमरीका, जर्मनी और बर्तानिया ने भी ऐसे ही इक़दामात उठाने का फ़ैसला किया था। ऐसी इत्तिलाआत भी हैं कि तराबलस में जंगजूओं ने हमला करते हुए साबिक़ नायब वज़ीरे आज़म मुस्तफा अबू शकूर को अग़वा कर लिया है। वो हाल ही में मेंबर पार्लीमान मुंतख़ब हुए थे।

तराबलस के इलावा लीबिया के दूसरे सब से बड़े शहर बिन ग़ाज़ी में भी अस्करी गिरोहों में तसादुम जारी है। ताज़ा इत्तिलाआत के मुताबिक़ इस्लाम पसंद मिलिशिया के गिरोह ने लीबिया की स्पेशल फ़ोर्सेस को पसपा करते हुए वहां मर्कज़ी फ़ौजी अड्डे का कंट्रोल सँभाल लिया है। बताया गया है कि गुज़िश्ता रोज़ वहां होने वाली लड़ाई में कम-अज़-कम अड़तीस अफ़राद मारे गए।