लीबिया से तहदीदात बर्ख़ास्त, बाग़ीयों को 15 बिलीयन डालर इमदाद

फ़्रांस में 60 मुल्कों के क़ाइदीन का इजलास, गोरीला जंग शुरू करने मुअम्मर क़ज़ाफ़ी का ऐलान
पैरिस 2 सितंबर (ए एफ़ पी) योरोपी यूनीयन ने लीबिया पर से तहदीदात हटालए हैं। लीबिया की बंदरगाहों, ऑयल फर्म्स और बैंकों पर आइद तहदीदात को वुज़राए ख़ारिजा के इजलास में हटाने का फ़ैसला किया गया। ताकि मुअम्मर क़ज़ाफ़ी की हुक्मरानी के4 दहों बाद मलिक को नई हुक्मरानी मिल सके। योरोपी यूनीयन के सरकारी जनरल में लीबिया को दुश्मन मुल्कों की फ़हरिस्त में 28 वां मुक़ाम हासिल है अब इस फ़हरिस्त से लीबिया का नाम हज़फ़ करदिया गया है। इस के साथ ही लीबिया की बंदरगाहों जैसे तरह बुल्स, अलख़मोस, बरीगा, रासलानोफ़, ज़ोया और ज़ोहरा से तहदीदात हटालए गए हैं। ऑयल कंपनीयों के इलावा बैंकों पर भी तहदीदात आइद की गई थीं, हटादी गईं। आलमी क़ाइदीन ने लीबिया के फ़ातिह बाग़ीयों की मदद करने के लिए 15 बिलीयन अमरीकी डालर इमदाद देने का ऐलान किया है ताकि वो जंग से तबाह शूदा अपने मलिक को दुबारा तामीर करसकें। जबकि लीबिया के मर्द आहन मफ़रूर मुअम्मर क़ज़ाफ़ी ने गोरीला जंग शुरू करने का ऐलान किया है। फ़ौजी बग़ावत के बाद इक़तिदार हासिल करने वाले मुअम्मर क़ज़ाफ़ी की 42 साला हुक्मरानी के ख़ातमा के साथ ही आलमी क़ाइदीन ने लीबिया की तामीर-ए-नौ का अह्द किया है। पैरिस में मुनाक़िदा कान्फ़्रैंस में ज़ाइदाज़ 60 मुल्कों के सीनीयर नुमाइंदे शरीक थे। इन क़ाइदीन ने मुअम्मर क़ज़ाफ़ी की हुकूमत का तख़्ता उलटने के बाद नई हुकूमत की तशकील के लिए सरकारी तौर पर ताईद का ऐलान किया। पैरिस में मुनाक़िदा इजलास में बाग़ीयों के क़ाइदीन ने शीराज़ा बंदी की राह की भी तरग़ीब दी। जबकि क़ज़ाफ़ी ने अपने नामालूम रूपोशी के मुक़ाम से अपने हामीयों केलिए ब्यान जारी करते हुए ऐलान किया कि वो गोरीला लड़ाई शुरू करेंगे। अरब सैटेलाईट न्यूज़ चिया नल ने मुअम्मर क़ज़ाफ़ी का एक आडीयो टेप जारी किया है जिस में उन्हों ने हामीयों से कहा है कि वो ख़ुद को एक गैंग की शक्ल में तैय्यार करलीं और गोरीला जंग शुरू करें। ये शहरी जंग होगी और हर टाउन में ज़बरदस्त मुज़ाहमत का आग़ाज़ होगा। ताकि हर जगह दुश्मन को शिकस्त दी जा सके। पैरिस के एलसे पियालस मैं मुनाक़िदा कान्फ़्रैंस के मेहमानों ने लीबिया की नैशनल टरानज़शनल कौंसल के लिए एक कामयाबी का नोट पेश किया जिस में रूस और चीन के इलावा लीबिया के क़रीबी हमसाया मुलक अल्जीरिया ने भी नए नज़म-ओ-नसक़ की हिमायत करने से इत्तिफ़ाक़ किया। सदर फ़्रांस नेको लस सरकोज़ी ने कहाकि बाग़ीयों की हर तरह से मदद की जानी चाहीए और उन्हें अपने मुल़्क की अज़सर-ए-नौ तामीर के लिए मौक़ा दिया जाना चाहीए। उन्हों ने बैरूनी मुल्क में लीबिया के मुंजमिद असासा जात को बहाल करने का ऐलान किया ताकि बाग़ीयों को फंड्स फ़राहम किए जा सकें। तक़रीबन 15 बिलीयन डॉलर्स फ़ौरी तौर पर जारी किए जा रहे हैं। बाग़ीयों के क़ाइदीन के साथ बातचीत करते हुए सरकोज़ी ने नैशनल टरानज़शनल कौंसल से कहा हीका वो शीराज़ा बिंदी और आम माफ़ी का अमल शुरू करदें। इन टी सी के सदर मुस्तफ़ा अबदुलजलील ने कहाकि लीबिया के अवाम ने अपनी जुर्रत और हौसले का सबूत पेश किया है। क़ज़ाफ़ी हुकूमत को बेदख़ल करने के लिए अवाम ने अपनी जान की बाज़ी लगादी थी। अब में उन के इस्तिहकाम का अह्द करता हूँ। योरोपी यूनीयन के वुज़राए ख़ारिजा ने पोलैंड में जुमा और हफ़्ता को मुनाक़िदा दो रोज़ा इजलास में लीबिया की सूरत-ए-हाल पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ किया। लड़ाई के बाद इस मलिक के इस्तिहकाम के लिए किस तरह मदद की जाय, तबादला-ए-ख़्याल किया गया। पोलैंड के वज़ीर-ए-ख़ारजा रॉड विसलो सीकोरसकी ने कहाकि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा को लीबिया के इस्तिहकाम के लिए मदद करने में अहम रोल अदा करना होगा और जंग ख़तन होने के बाद सलामती को यक़ीनी बनाना होगा। योरोपी ममालिक ने इस मुआमला में अपनी सलाहीयतों का मुज़ाहरा किया है। योरोपी यूनीयन लीबिया को हर मुम्किना मदद फ़राहम करेगा। अव्वलीन तर्जीह लीबीयाई हुक्काम की जरूरतों को पूरा किया जाएगा। लीबिया क़ुदरती वसाइल से मालामाल मुलक है। ये बिलाशुबा दौलत मुलक समझा जाता है। योरोपी यूनीयन के तमाम ममालिक के लिए लीबिया एक अहम तेल के ज़ख़ाइर का मुलक है। पैरिस मुज़ाकरात में लीबिया की टरानज़शनल कौंसल फ़्रांस, बर्तानिया और दीगर मुल्कों के क़ाइदीन ने अह्द किया कि वो बाग़ीयों को अपनी फ़ौजी इमदाद बरक़रार रखेंगे। अब असल तवज्जा लीबिया की तामीर-ए-नौ पर मर्कूज़ की जा रही है।