लोक सभा में स्मृति ईरानी के ख़िलाफ़ कुछ देर के लिए शोर

नई दिल्ली: मर्कज़ी वज़ीर बराए फ़रोग़ इन्सानी वसाइल के ख़िलाफ़ तहरीक मुराआत शिकनी की तजवीज़ पर लोक सभा में आज कुछ वक़्त के लिए शोर-ओ-गुल का मंज़र देखा गया। मर्कज़ी वज़ीर फाइनेंस‌ की तरफ‌ से आज मर्कज़ी बजट 2016-17 पेश करने से पहले शोर-ओ-गुल का मंज़र तहरीक मुराआत शिकनी पेश करने की तजवीज़ पर ऐवान पार्लियामेंट में देखा गया।

अपोज़ीशन अरकान अपनी नशिस्तों से उठकर खड़े हो गए और उन्होंने ईरानी के ख़िलाफ़ नोटिसें जारी करने के बारे में जानना चाहा क्योंकि उन्होंने ऐवान में रोहित कुमार मसले पर क़ौम को गुमराह किया है। लोक सभा की स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अपोज़िशन की बरहमी बंद करने कोशिश करते हुए कहा कि उन्हें नोटिसें 26 फ़रव‌री और 29 फ़रव‌री को वसूल हुई हैं जिनमें स्मृति ईरानी के ख़िलाफ़ तहरीक मुराआत शिकनी पेश करने की इजाज़त तलब की गई है और ये ज़ेर-ए-ग़ौर है।

मुख़्तसर से वक़्त के लिए शोर-ओ-गुल के बाद जो स्पीकर के बयान के बाद शुरू हुआ था, नज़म‍ ओ‍ ज़ब्त बहाल हो गया और अरूण जेटली ने अपनी बजट तक़रीर का आग़ाज़ कर दिया। कांग्रेस, बाएं बाज़ू की पार्टीयों और जनतादल (मुत्तहदा ने मंसूबे पेश किए कि वो मर्कज़ी वज़ीर बराए फ़रोग़ इन्सानी वसाइल के ख़िलाफ़ तहरीक मुराआत शिकनी पेश करने का इरादा रखते हैं। उन्होंने पार्लियामेंट में गुज़िशता हफ़्ते रोहित वीमोला की ख़ुदकुशी के बारे में ऐवान पार्लियामेंट में दारोग़-गोई की थी। उनके ख़िलाफ़ तहरीक मुराआत शिकनी पेश करना ज़रूरी है|