वज़ीर-ए-दाख़िला की दौड़ में शामिल नहीं

हैदराबाद 31 मई: रियास्ती वज़ीर पंचायत राज के जाना रेड्डी ने वाज़िह तौर पर कहा कि वो वज़ीर-ए-दाख़िला के ओहदे के हुसूल की दौड़ में हरगिज़ नहीं हैं और इस तरह की कोई भी इतेलाआत मेरी बेइज़्ज़ती के सिवा और कुछ नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि वो साबिक़ में ही वज़ीर-ए-दाख़िला के ओहदे पर फ़ाइज़ रह चुके हैं और साबिक़ में भी वज़ीर-ए-दाख़िला के वज़ारती ओहदे के लिए मेंने कभी कोई दौड़ धूप नहीं की थी बल्के उस वक़्त के चीफ़ मिनिस्टर ने उन्हें इस (वज़ीर-ए-दाख़िला के ) ओहदे पर फ़ाइज़ किया था क्यूंकि वो एक सीनीयर क़ाइद ही नहीं बल्के सीनीयर वज़ीर हैं जिस की वजह से किसी भी वज़ारती ओहदे की दौड़ में शामिल रहने की उन्हें हरगिज़ कोई ज़रूरत नहीं है।

आज यहां अख़बारी नुमाइंदों की तरफ से ये मालुम किए जाने पर कि आया आप (जाना रेड्डी )वज़ीर-ए-दाख़िला ,चीफ़ मिनिस्टर ओहदे की दौड़ में रहने की इतेलाआत पाई जा रही हैं आज यहां सेक्रेटेरिएट में अपने रद्द-ए-अमल का इज़हार करते हुए जाना रेड्डी ने बताया कि साल 2004-2009 में वो वज़ीर-ए-दाख़िला के ओहदे पर ही फ़ाइज़ थे और कहा कि अब इस ओहदे से उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है।

उन्होंने कहा कि वो चीफ़ मिनिस्टर ओहदे की दौड़ में भी शामिल नहीं हैं और कहा कि फ़िलवक़्त चीफ़ मिनिस्टर के ओहदे पर एन किरण कुमार रेड्डी फ़ाइज़ हैं और चीफ़ मिनिस्टर का इंतेख़ाब पार्टी हाईकमान की तरफ से किया जाता है और वुज़रातें का इंतेख़ाब ख़ुद चीफ़ मिनिस्टर करते हैं लेकिन उनके ताल्लुक़ से जो भी इतेलाआत पाई जाती हैं वो बिलकुल ग़लत है।

अलहदा रियासत तेलंगाना के मसले पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए जाना रेड्डी ने कहा कि वो कांग्रेस पार्टी में रह कर ही अलहदा रियासत तेलंगाना के हुसूल के लिए कोशिश करें।